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चुनाव परिणाम के बाद हुए नुकसान की तेजी से भरपाई; सेंसेक्स 2000 अंक चढ़ा, निफ्टी 22500 पार

चुनाव परिणामों के दिन औंधे मुंह गिरने के बाद बुधवार को शेयर बाजार में अगले ही दिन मजबूत  रिकवरी आई। बुधवार के कारोबारी सत्र के दौरान सेंसेक्स 2000 अंक मजबूत हुआ वहीं दूसरी ओर निफ्टी भी एक ही दिन में 22500 के स्तर को पार कर गया। इस तरह बाजार ने चुनाव परिणामों के दिन हुए कुल नुकसान में से आधे की भरपाई एक दिन में ही कर ली है। बुधवार को दो बजकर छह मिनट पर सेंसेक्स 1,993.22 (2.76%) अंक मजबूत होकर 74,073.73 के स्तर पर पहुंच गया। दूसरी ओर, निफ्टी 639.80 (2.92%) अंक मजबूत होकर 22,524.30 के स्तर पर कारोबार करता दिखा।

अप्रत्याशित चुनाव परिणामों के बाद 4390 अंक टूटा सेंसेक्स

मंगलवार को लोकसभा चुनाव परिणामों के बाद बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 4,389.73 अंक या 5.74 प्रतिशत की गिरावट के साथ दो महीने से अधिक के निचले स्तर 72,079.05 अंक पर बंद हुआ। दिन के कारोबार में सेंसेक्स 6,234.35 अंक या 8.15 प्रतिशत के नुकसान से करीब पांच महीने के निचले स्तर 70,234.43 अंक पर आ गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 1,982.45 अंक यानी 8.52 प्रतिशत गिरकर 21,281.45 अंक के निचले स्तर पर पहुंच गया था। कारोबार के अंत में यह 1,379.40 अंक या 5.93 प्रतिशत की भारी गिरावट के साथ 21,884.50 अंक पर बंद हुआ। हालांकि भाजपा को बहुमत नहीं मिलने के बावजूद मोदी सरकार की सत्ता में वापसी को देखते हुए निवेशकों ने अनुमान जताया था कि आने वाले दिनों में बाजार में रिकवरी दिखेगी। बुधवार को बाजार खुलने के बाद यह रिकवरी दिखने लगी।

निचले स्तरों पर खरीदारी बढ़ने से बंबई शेयर बाजार में बुधवार को शुरुआती कारोबार में तेजी के साथ कारोबार होता दिखा। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 948.83 अंक उछलकर 73,027.88 अंक पर पहुंच गया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 247.1 अंक की बढ़त के साथ 22,131.60 अंक पर पहुंच गया।

राजग 543 सदस्यीय लोकसभा में बहुमत के 272 के आंकड़े से ऊपर है जबकि भाजपा 2014 के बाद पहली बार बहुमत के जादुई आंकड़े से पीछे रह गई है और सरकार गठन के लिए अपने सहयोगियों पर गंभीर रूप से निर्भर है। चुनाव आयोग ने सभी 543 लोकसभा सीटों के परिणाम घोषित किए हैं, जिसमें भाजपा ने 240 सीटें और कांग्रेस ने 99 सीटें जीती हैं।

 

जानकार बोले- जल्द ही स्थिरता की ओर लौटेगा बाजार   

मोतीलाल ओसवाल रिसर्च की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि चुनाव परिणाम में कम बहुमत के बावजूद हमें मोदी 3.0 (निवेश केंद्रित वृद्धि, पूंजीगत खर्च, बुनियादी ढांचा निर्माण, विनिर्माण आदि) के नीतिगत एजेंडा के जारी रहने की उम्मीद है। हम ग्रामीण इलाकों में नाराजगी को दूर करने और हाशिए पर पहुंचे लोगों की मदद के लिए लोकलुभावन उपायों की भी उम्मीद कर सकते हैं। सेंसेक्स की 30 कंपनियों में हिंदुस्तान यूनिलीवर, नेस्ले, एशियन पेंट्स, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, एचडीएफसी बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक और आईटीसी के शेयर सबसे ज्यादा लाभ में रहे। लार्सन एंड टुब्रो, पावर ग्रिड, एनटीपीसी और भारतीय स्टेट बैंक के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई।

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा, “बाजार को अप्रत्याशित चुनाव परिणामों को आत्मसात करने में कुछ समय लगेगा। जल्द ही बाजार में स्थिरता लौट आएगी, लेकिन जब तक कैबिनेट और प्रमुख पोर्टफोलियो पर स्पष्टता नहीं आ जाती, तब तक अस्थिरता जारी रहेगी।” उन्होंने कहा कि बाजार में तेज गिरावट का एक सकारात्मक पहलू यह है कि अत्यधिक मूल्यांकन निवेशकों को राहत मिलेगी और मंत्रिमंडल के गठन और संरचना पर स्पष्टता आने के बाद संस्थागत खरीदारी में आसानी होगी।

मंगलवार को एफआईआई ने 12,436 करोड़ रुपये की बिकवाली की

एशियाई बाजारों में, सियोल और हांगकांग लाभ के साथ कारोबार करते दिखे जबकि टोक्यो और शंघाई में गिरावट के साथ कारोबार हुआ। अमेरिकी बाजार मंगलवार को बढ़त के साथ बंद हुए। वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.04 प्रतिशत गिरकर 77.49 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। शेयर बाजार के अस्थायी आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को सकल घरेलू बाजार में 12,436.22 करोड़ रुपये निकाले। बाजार में मंगलवार को चार साल में सबसे खराब कारोबारी दिन था क्योंकि भाजपा 2014 के बाद पहली बार 272 के जादुई आंकड़े से पीछे रह गई।

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