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पिथौरागढ़ जिले की अधिकांश सड़कों पर सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं

पिथौरागढ़ : पिथौरागढ़ जिले की अधिकांश सड़कों पर सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं हैं। यदि डुंगरी रावल मोटर मार्ग पर तीव्र मोड़ों और ढलान वाले स्थानों पर क्रैश बैरियर लगे होते तो चार लोगों को वाहन दुर्घटना में असमय काल का ग्रास नहीं बनना पड़ता। हाल के वर्षों में जिले के गांव-गांव तक सड़कों का निर्माण तो कर दिया गया है लेकिन अधिकांश सड़कों पर सुरक्षा के इंतजाम नहीं हैं। ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों के हाल तो और भी बुरे हैं। संकरी होने के साथ ही कुछ सड़कों पर जगह-जगह जानलेवा गड्ढे हैं। कुछ सड़कों पर गिनेचुने स्थानों पर पैरापिट बने हैं लेकिन गुणवत्ता कमजोर होने से इनमें अनियंत्रित वाहनों को रोक पाने की क्षमता नहीं होती है।
डुंगरी रावल मोटर मार्ग पर जिस स्थान पर छलिया कलाकारों की जीप अनियंत्रित होकर खाई में गिरी है वह स्थान तीव्र ढलान पर है। इस स्थान पर सड़क का एक हिस्सा धंसा हुआ भी है। इसी स्थान पर जीप दो पैरापिट को तोड़ते हुए खाई में जा गिरी। यदि इस स्थान पर क्रैश बैरियर बने होते तो दुर्घटना नहीं होती और चार लोगों को असमय काल का ग्रास नहीं बनना पड़ता।विधायक ने जाना हाल 
पिथौरागढ़ के विधायक मयूख महर और पूर्व दायित्वधारी महेंद्र लुंठी ने जिला अस्पताल पहुंचकर दुर्घटना के घायलों का हाल जाना। उन्होंने सरकार से  दुर्घटना में मारे गए सभी छलिया कलाकारों के परिजनों को 10-10 लाख का मुआवजा देने की मांग की है।

तीन हायर सेंटर रेफर 
दुर्घटना में घायल हुए चार कलाकारों में से हिमांशु, प्रियांशु और राजेंद्र गंभीर रूप से घायल हैं। हिमांशु के सिर सहित शरीर के अन्य हिस्सों में चोट है। राजेंद्र लाल को 108 से हायर सेंटर रेफर किया गया है। हिमांशु और प्रियांशु को भी हेलीकॉप्टर से ऋषिकेश एम्स भेजने की तैयारी है।

छोलिया कलाकारों को जाना था दूसरी बरात में
डुंगरी रावल के जिन छोलिया कलाकारों की जीप दुर्घटनाग्रस्त हुई है वह बड़ाबे में बरात से लौट रहे थे। उनकी कई अन्य बरातों में भी बुकिंग थी और उन्हें घर पहुंचकर कुछ देर सोने के बाद फिर दूसरी बरात में जाना था लेकिन दुर्घटना में जहां चार छोलिया नर्तकों की मौत हो गई वहीं चार छोलिया नर्तक अस्पताल में भर्ती हैं।

दो सगे भाइयों की मौत से परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़ 
अंद्राली में हुई दुर्घटना में छोलिया दल में शामिल दो सगे भाइयों की मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया है। 37 वर्षीय पवन कुमार और 30 वर्षीय अंगद कुमार छोलिया टीम में शामिल थे और छोलिया नृत्य से ही दोनों के परिवार पलते थे। दोनों की मौत से पत्नी, बच्चों और माता-पिता सहित अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

जीप से छिटककर पेड़ पर अटका दिखा ढोल
छोलिया नर्तकों की जीप के खाई में गिरने से उसके परखचे उड़ गए। दुर्घटना के समय छोलिया दल के कालाकारों के पास ढोल भी था। यह ढोल जीप से छिटककर एक पेड़ पर अटक गया।

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