चीन से सैन्य मदद नहीं मांगी:रूस
नई दिल्ली: रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के बीच दुनिया की बाकी महाशक्तियों के बीच तनाव बढ़ रहा है। हाल में अमेरिकी अधिकारियों ने कहा था कि मॉस्को ने बीजिंग से आर्थिक और सैन्य सहायता मांगी है। इस मामले में अब रूस का बयान आया है. रूस ने कहा है कि उन्होंने कभी चीन से सैन्य सहायता नहीं मांगी है। रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के मीडिया सेक्रेट्री डिमीट्री पिस्कोव ने कहा कि यूक्रेन के खिलाफ जंग में रूस के पास पर्याप्त सैन्य संसाधन हैं।
अमेरिकी वेबसाइट ब्लूमबर्ग ने अमेरिकी अधिकारी के हवाले से दावा किया था कि रूस ने चीन से सैन्य और आर्थिक सहायता मांगी है। अमेरिकी अधिकारी ने दावा किया था कि रूस ने यूक्रेन के खिलाफ 24 अप्रैल को युद्ध की घोषणा के बाद चीन से आर्थिक और सैन्य मदद मांगी थी। इस मामले में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता का भी बयान आया है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि ‘अमेरिका बेवजह चीन को निशाना बनाकर गलत जानकारी फैला रहा है’। यूक्रेन के खिलाफ रूस की सैन्य कार्रवाई का चीन ने सीधा विरोध नहीं किया है। अलबत्ता चीन रूस-यूक्रेन युद्ध को ना टाल पाने का आरोप नाटो पर लगाता रहा है।
दूसरी तरफ रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध रोकने के लिए कूटनीतिक स्तर पर प्रयास जारी हैं। दोनों पक्ष एक दूसरे से बात करने पर भी राजी हैं। दूसरी तरफ रूस लगातार यूक्रेन के शहरों और हवाई अड्डों पर बमबारी कर रहा है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की के मीडिया सलाहकार ओलेक्सि एरिस्टोविच के मुताबिक 24 फरवरी के बाद से रूसी हमले में पारियूपोल के शहर ब्लैक सी पोर्ट के करीब 2500 लोगों की जान जा चुकी है। यूनाइडेट नेशन्स रिफ्यूजी एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक शनिवार को करीब 2.7 मिलियन लोगों ने यूक्रेन छोड़ा है जिनमें से 1.7 लाख लोग पौलेंड की तरफ गए हैं।