तबादलों के लिए सुगम को दुर्गम में किया दर्ज, शिक्षा विभाग का ताजा मामला
उत्तराखंड समय के साथ विकास की ओर बढ़ रहा है, लेकिन तबादलों के लिए सुगम और दुर्गम का खेल बदस्तूर जारी है। ताजा मामला प्राविधिक शिक्षा विभाग का है, जहां पिछले साल अल्मोड़ा, नई टिहरी और नैनीताल के जिन पालीटेक्निक संस्थानों को सुगम घोषित किया था, उन्हें इस साल दुर्गम की सूची में दर्ज कर दिया गया है।
गौर करने वाली बात यह है कि जिम्मेदार अधिकारी का कहना है कि यह काम हर साल कमेटी करती है। प्रदेश में अधिकारियों और कर्मचारियों के तबादलों के लिए तबादला एक्ट बना है। एक्ट के मुताबिक कर्मचारियों और अधिकारियों की दुर्गम और सुगम क्षेत्रों में की गई सेवा के आधार पर तबादले किए जाते हैं। दुर्गम और सुगम क्षेत्र उन क्षेत्रों में आधारभूत सुविधाओं के आधार पर तय होते हैं। पर हैरत इस बात की है कि प्रदेश में सुविधाएं बढ़ने के साथ दुर्गम क्षेत्र कम होने चाहिए थे, लेकिन हो इसका उलटा रहा है।
प्राविधिक शिक्षा विभाग ने पिछले साल जिन क्षेत्रों को सुगम घोषित किया। उस आदेश को ताक रखकर इस साल पिछले साल के सुगम राजकीय पालीटेक्निक नई टिहरी को दुर्गम घोषित कर दिया गया है। राजकीय पालीटेक्निक नरेंद्रनगर टिहरी, राजकीय पालीटेक्निक नई टिहरी और राजकीय पालीटेक्निक नैनीताल को सुगम से दुर्गम घोषित कर दिया गया है।