देहरादून का सराफा बाजार, दुकानदारों के खिले चेहरे; हुई खूब धनवर्षा
देहरादून: अक्षय तृतीया पर दून के सर्राफा बाजार में खूब धनवर्षा हुई। लोगों ने अपनी राशि के अनुसार शुभ माने जाने वाली सोना व चांदी की वस्तुओं की खूब खरीदारी की। साथ ही विवाह व अन्य समारोह के लिए एडवांस बुकिंग भी की। दुकानों में खरीदारी के लिए देर शाम तक उमड़ी भीड़ से कारोबारियों के चेहरे खिले।
बैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीय यानी अक्षय तृतीया पर शुक्रवार सुबह मंदिरों व घरों में धार्मिक अनुष्ठान के बाद मां लक्ष्मी की आराधना की। इस दिन सोना-चांदी के आभूषणों की खरीदारी करना शुभ माना जाता है। ऐसे में धामावाला बाजार, पलटन बाजार, राजपुर रोड, प्रेमनगर, धर्मपुर, रायपुर, पटेलनगर समेत विभिन्न क्षेत्रों में अधिकांश सर्राफा कारोबारियों ने अपनी दुकानें सुबह ही खोल दी।
दुकानों पर सुबह से ही ग्राहकों की भीड़ उमड़नी शुरू हुई। ग्राहकों को लुभाने के लिए ज्वेलर्स ने विभिन्न तरह के आफर व छूट भी दी। सराफा मंडल देहरादून के अध्यक्ष सुनीन मेसोन ने बताया कि इस दिन सोना खरीदने को लोग शुभ मानते हैं इसलिए कारोबार उम्मीद के मुताबिक काफी अच्छा रहा। आने वाले दिनों में विवाह व अन्य मांगलिक कार्यों के लिए लोगों ने इस शुभ दिन पर एडवांस बुकिंग भी की।
शहर में खूब बजी शहनाई
अक्षय तृतीया के दिन पूजा-पाठ, दान पुण्य व जप आदि किए जाते हैं। मांगलिक कार्य के लिए लोग इस दिन का ब्रेसब्री से इंतजार कर रहे थे। क्योंकि पंचांग के अनुसार जुलाई तक शुक्र अस्त होने से अबूझ मुहूर्त को छोड़ कोई शुभ कार्य नहीं होगा। ऐसे में शहर में खूब विवाह हुए। कई जगह वेडिंग प्वाइंट से लेकर सड़कों पर बैंड बाजे व डीजे पर लोग झूमते नजर आए। इसके अलावा कई लोगों ने नए घरों में प्रवेश किया, जमीन और मकान व वाहनों की खरीदारी भी की।
जैन समाज ने किया गन्ने का जूस वितरित
जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर भगवान आदिनाथ के प्रथम पारणा दिवस अक्षय तृतीया पर जैन समुदाय के लोगों ने विभिन्न जगहों पर गन्ने का जूस वितरित किया।
क्षुल्लक रत्न 105 श्री समर्पण सागर महाराज के सानिध्य में लोगों ने श्री दिगंबर जैन पंचायती मंदिर एवं जैन भवन, माजरा मंदिर, सरनी मल मंदिर, झंडा बाजार मंदिर के अलावा त्यागी रोड व क्लेमेनटाउन क्षेत्र के मंदिरों में गन्ने का रस बांटा।
क्षुल्लक रत्न 105 श्री समर्पण सागर महाराज ने जैन समाज में अक्षय तृतीया का विशेष महत्व बताते हुए कहा कि प्रथम तीर्थंकर भगवान आदिनाथ तपस्या के बाद आहार को निकले, लेकिन लोगों को आहार दान की विधि पता न होने पर वह छह महीने तक निराहार हस्तिनापुर पहुंचे।
राजा श्रेयांस व राजा सोम ने भक्तिपूर्वक आहार के रूप में गन्ने का रस दिया। इस मौके पर जैन भवन के मंत्री संदीप जैन, जैन समाज के अध्यक्ष विनोद जैन, जैन भवन के प्रधान सुनील जैन, जैन भवन मंत्री संदीप जैन, सचिन जैन, मधु जैन के अलावा सकल दिगंबर जैन समाज देहरादून, जैन मिलन प्रगति, प्रभु समर्पण समिति, सौरभ सागर समिति, मूक माटी, महिला जैन मिलन, अजीत जैन अमित जैन से जुड़े लोग शामिल रहे।
गन्ने का शरबत प्रसाद के रूप मे किया वितरण
त्यागी रोड पर महिला जैन मिलन ने भगवान महावीर के 2550 वें निर्वाण महोत्सव एवं अक्षय तृतीय पर गन्ने का शरबत प्रसाद के रूप में श्रद्धालुओं को वितरण किया। कार्यक्रम संयोजक गीतिका जैन ने बताया भगवान महावीर ने मनुष्य जीवन में समाजसेवा करने वाले को पुण्य का भागी बताया। उन्होंने सत्य एवं अहिंसा के मार्ग पर चलने की शिक्षा दी। इस मौके पर ज्योति जैन, रश्मि जैन, संगीता जैन, स्वाति जैन अग्रवाल, पायल जैन, निशा जैन, साधना जैन आदि मौजूद रहे।