Fri. Nov 22nd, 2024

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कैंचीधाम बाईपास निर्माण की घोषणा की

Dehradun: कुमाऊं के प्रसिद्ध कैंचीधाम जाने वाले श्रद्धालुओं को जाम से निजात मिलेगी। यहां करीब दो किमी लंबे बाईपास का निर्माण किया जाएगा। इसके साथ ही 325 मीटर लंबी सुरंग बनाई जाएगी, जो यातायात को सुगम बनाएगी। बाईपास मार्ग और सुरंग की सैद्धांतिक मंजूरी के बाद लोनिवि के एनएच खंड ने एलाइनमेंट रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेज दी है। केंद्र के अनुमोदन के साथ ही परियोजना की डीपीआर बनाने का काम किया जाएगा।

नैनीताल जिले के कैंचीधाम मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। हर साल 15 जून को मंदिर के स्थापना दिवस पर यहां बड़ा मेला लगता है। इसमें भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। इसके साथ ही वीकेंड पर भी भीड़ बढ़ जाती है। जिससे यहां आने वाले श्रद्धालुओं और हाईवे से गुजरने वाले अन्य वाहन चालकों को घंटों जाम से जूझना पड़ता है।

इस समस्या से निजात पाने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कैंचीधाम बाईपास निर्माण की घोषणा की थी। जिस पर अब काम शुरू हो गया है। इसके तहत यहां भवाली सेनेटोरियम एचपी बैंड से बाईपास शुरू होगा, जो दो किमी बाद फिर रातीघाट में पेट्रोल पंप के पास पुरानी सड़क पर मिल जाएगा। इससे कैंचीधाम मंदिर बाईपास हो जाएगा। जिसे मंदिर नहीं जाना है, वह बिना जाम से जूझे सीधा निकल जाएगा।
इसके साथ ही तल्ला रामगढ़ से क्वारब तक टू-लेन सड़क का निर्माण, विकास खंड भीमताल में देवीधुरा-जमीरा-ज्सूडा- मोटर मार्ग निर्माण, विकास खंड कोटाबाग में ग्राम पंगूठ से गढ़चोली तक मोटर मार्ग निर्माण, विकास खंड बेतालघाट में रेवली 3.5 किमी मोटर मार्ग निर्माण, भवाली पर्यटक आवास गृह का उच्चीकरण एवं मरम्मत काम काम भी किया जाएगा।

कैंचीधाम मंदिर के पास 500 वाहनों की क्षमता की पार्किंग का भी निर्माण प्रस्तावित है। 15 जून को कैंचीधाम मंदिर के स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसकी घोषणा की थी। पार्किंग का निर्माण कुमाऊं मंडल विकास निगम की ओर से कराया जाना प्रस्तावित है।

एलाइनमेंट रिपोर्ट तैयार करने के बाद केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (मोर्थ) को भेज दी है। अब इसकी फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार की जा रही है, इसके लिए कंसल्टेंट की नियुक्ति की जा रही है। एलाइनमेंट फाइनल होते ही डीपीआर बनाने का काम शुरू किया जाएगा। परियोजना पर करीब 80 करोड़ रुपये खर्च आने का अनुमान है।

– दयानंद, चीफ इंजीनियर, एनएच, लोनिवि, उत्तराखंड

About The Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *