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लोकसभा में सवालों पर कोयला

New Delhi: संसद के शीत सत्र के आठवें दिन आज पीएम नरेंद्र मोदी सुबह-सुबह ही संसद भवन पहुंच गए। यहां उन्होंने संसद पर 13 दिसंबर 2001 को हुए हमलों के शहीदों को श्रद्धांजलि दी। पीएम मोदी के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद रहे। इस दौरान पीए ममोदी ने संसद भवन पर हमले में मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी।

जम्मू-कश्मीर पूर्ण राज्य क्यों नहीं; संसद जाने से पहले फारूक अब्दुल्ला के तीखे सवाल

संसद परिसर में लोकसभा की कार्यवाही में भाग लेने से पहले जम्मू-कश्मीर से निर्वाचित वयोवृद्ध सांसद फारूक अब्दुल्ला ने संविधान के अनुच्छेद 370 से जुड़े एक सवाल पर कहा, भारत के 75 साल के इतिहास में किसी राज्य को केंद्र शासित प्रदेश के रूप में नहीं बदला गया। उन्होंने कहा कि केंद्र शासित प्रदेशों (UT) को राज्य का दर्जा देने की घटनाएं कई बार हुई हैं, लेकिन जम्मू कश्मीर बीते चार साल से अधिक समय से केंद्र शासित प्रदेश क्यों है? पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल क्यों नहीं किया जा रहा है? सरकार को इसका जवाब देना चाहिए। बता दें कि इससे पहले भी एक बयान में पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला केंद्र सरकार के रवैये को लेकर नाराजगी का इजहार कर चुके हैं।

 

केंद्रीय मंत्री गिरिराज बोले- हिम्मत है तो नीतीश वाराणसी से चुनाव लड़ें

बिहार से निर्वाचित सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, नीतीश का अंत उसी दिन हो गया जब उन्होंने विधानसभा और विधान परिषद में व्याख्यान के दौरान महिलाओं का अपमान किया। गिरिराज ने कहा, सीएम नीतीश ‘कामसूत्र’ के नए लेखक बन गए। विधानसभा में बयान वाले दिन उन्होंने अपनी बची-खुची प्रतिष्ठा भी खो दी। रैली और जनसभा की अनुमति न देने को लेकर एक सवाल पर गिरिराज ने कहा, किसी को भी रैली निकालने से नहीं रोका जाता, नीतीश रैलियां कर सकते हैं। उन्होंने पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में आकर चुनाव लड़ने की चुनौती भी दी। गिरिराज ने कहा, ‘…अगर नीतीश कुमार में हिम्मत है तो वे वाराणसी से नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने की घोषणा करें।’

संसद के शीतकालीन सत्र में दूसरे देश में भारतीयों पर कार्रवाई के मुद्दे की गूंज भी सुनाई दी। कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कतर में पूर्व नौसेना कर्मियों को मौत की सजा सुनाए जाने के मामले पर चर्चा की मांग की। लोकसभा में कार्यस्थगन प्रस्ताव का नोटिस देते हुए कांग्रेस सांसद ने कहा पूर्व नौसैनिकों की वर्तमान स्थिति और उन्हें भारत वापस लाने के लिए उठाए गए कदमों पर चर्चा की मांग की।

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