सरफराज स्पिन खेलने में क्यों हैं हिट? नेट्स में 500 गेंद खेलते थे, ‘अखाड़ों’ में भी किया अभ्यास
सरफराज खान का इंग्लैंड के स्पिनरों के खिलाफ अपने डेब्यू टेस्ट में दबदबा बनाना कोई संयोग नहीं था। यह 15 साल की कड़ी मेहनत का परिणाम था, जिसमें उनके पिता नौशाद खान ने काफी मदद की। नेट्स में कड़े अभ्यास और अलग अलग शहरों में जाकर खेलने से सरफराज को काफी मदद मिली। इसका नतीजा है कि राजकोट में अपने डेब्यू टेस्ट की दोनों पारियों में उन्होंने अर्धशतक जड़े और रिकॉर्ड बुक में अपना नाम दर्ज करा लिया।
वह डेब्यू टेस्ट की दोनों पारियों में 50+ का स्कोर बनाने वाले चौथे भारतीय बने। सरफराज ने दिखा दिया कि वह भारतीय टीम में बने रहने के लिए आए हैं। 26 वर्षीय ने घरेलू सर्किट में कई वर्षों तक मेहनत की और अपने पिता के ‘माचो क्रिकेट क्लब’ में अपने कौशल को निखारने के बाद टेस्ट कैप हासिल की। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कमाल दिखाने से पहले सरफराज ने रणजी में जमकर रन बनाए हैं।