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हार्दिक पटेल दो जून को भारतीय जनता पार्टी में शामिल

पूर्व कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल दो जून को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो जाएंगे। न्यूज एजेंसी एएनआई से हुई बातचीत में उन्होंने यह जानकारी दी। पटेल ने 18 मई को कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। गुजरात में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में हार्दिक पटेल का कांग्रेस छोड़कर जाना पार्टी को बड़ा झटका माना जा रहा है। वहीं, भाजपा को इसका फायदा चुनाव में मिल सकता है। 

 कौन हैं हार्दिक पटेल? 
हार्दिक का जन्म 20 जुलाई, 1993 को अहमदाबाद के वीरमगाम में हुआ। 28 साल के हार्दिक पाटीदार समुदाय के बड़े नेता हैं। उन्होंने पाटीदार समुदाय को ओबीसी में शामिल कराने की मांग को लेकर किए बड़ा आंदोलन किया था।

हार्दिक की पढ़ाई कहां हुई? 
हार्दिक की शुरुआती पढ़ाई दिव्य ज्योति स्कूल, वीरमगाम से हुई। इसके बाद वो अपने पिता के व्यापार में मदद करने लगे। हार्दिक अपने पिता के सबमर्सिबल पंप को अंडरग्राउंड वॉटर वेल में फिक्स करने के बिजनेस में उनका सहयोग करते थे।

स्नातक कहां से किया? 
2010 में हार्दिक ने सहजानन्द कॉलेज, अहमदाबाद से बीकॉम की पढ़ाई पूरी की। कॉलेज के दौरान ही हार्दिक ने छात्र संघ के महासचिव पद के लिए चुनाव लड़ा और निर्विरोध निर्वाचित हुए।

हार्दिक के माता-पिता कौन?
हार्दिक पटेल के पिता भारत पटेल एक व्यवसायी थे। हार्दिक ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उनके पिता हमेशा से भाजपा के समर्थक रहे। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री और उत्तर प्रदेश की मौजूदा राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के चुनाव प्रचार में भी उनके पिता ने खूब काम किया था। हार्दिक की मां का नाम उषा पटेल है।

हार्दिक ने किससे शादी की है? 
27 जनवरी 2019 को युवा पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने अपनी बचपन की दोस्त किंजल पारीख से शादी की। दोनों में अच्छी बॉन्डिंग थी। किंजल पारीख ने एलएलबी की पढ़ाई की है। उन्होंने बीए और एमए करने के बाद ह्यूमन रिसोर्स का कोर्स भी किया है। किंजल की फैमिली में मम्मी-पापा, एक बहन और एक भाई हैं।
आंदोलन कब शुरू किया? 
जुलाई, 2015 में हार्दिक पटेल की बहन मोनिका को जब गुजरात सरकार की छात्रवृत्ति नहीं मिली और उसकी एक दोस्त को कम नंबर आने पर भी चुना गया तो हार्दिक पटेल ने इसके खिलाफ आवाज उठाना शुरू कर दिया। नौ सितंबर, 2015 को हार्दिक ने पटेल नवनिर्माण सेना का गठन किया। इसका मकसद कुर्मी, पाटीदार और गुर्जर समुदाय को ओबीसी में शामिल करना और उन्हें सरकारी नौकरियां दिलाना था। इसी आंदोलन के दौरान हार्दिक पहली बार सुर्खियों में आए।

कांग्रेस कब जॉइन की और कब छोड़ दी? 
12 मार्च 2019 को हार्दिक ने कांग्रेस जॉइन कर ली। 16 महीने में वह गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष भी हो गए। इसी साल 18 मई को उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व पर कई गंभीर आरोप भी लगाए।

कांग्रेस को कितना नुकसान होगा?
हार्दिक गुजरात के पाटीदार समुदाय के बीच काफी लोकप्रिय हैं। वह युवा हैं और गुजराती नेता होने के चलते आम लोगों के बीच उनकी अच्छी पैठ है। अब उनके पार्टी छोड़ने का काफी असर कांग्रेस पर पड़ेगा। कांग्रेस लंबे समय से गुजरात की सत्ता से बाहर है। वहीं, कांग्रेस के विकल्प के तौर पर आम आदमी पार्टी ने राज्य में तैयारी कर दी है।

 

हार्दिक पर किस-किस तरह के आरोप लगे?
हार्दिक पर कई तरह के आरोप लग चुके हैं पाटीदार आंदोलन के दौरान उनपर राष्ट्रीय झंडे के अपमान का आरोप भी लगा। इस मामले में उनके खिलाफ केस दर्ज हुआ। वो कुछ समय के लिए जेल भी गए। इसके अलावा उनका एक सीडी कांड भी खूब चर्चित है। इसमें वह कथित तौर पर एक लड़की के साथ आपत्तिजनक हालत में दिखे थे। बाद में हार्दिक ने सफाई भी दी थी कि मैं युवा हूं और ये मेरी पर्सनल लाइफ है।

हार्दिक ने कांग्रेस क्यों छोड़ी?
हार्दिक की नराजगी की बड़ी वजह है पार्टी में उनकी बातों को नहीं सुना जाना था। विशेषज्ञ कहते हैं कि हार्दिक भले पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष थे, लेकिन पार्टी के फैसले में उनकी नहीं चलती थी। पार्टी के अंदर हार्दिक को लेकर पहले से भी असंतोष था। उनकी वजह से कई वरिष्ठ नेता खुद को उपेक्षित महसूस करते थे। ऐसे नेता हार्दिक का सहयोग नहीं करते थे। यही बात खुद हार्दिक भी लगातार कह रहे थे।

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