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10 हजार में ‘खरीदी’ प्रेमी की मौत

Dehradun: माही और सपेरे ने क्राइम पेट्रोल देखकर अंकित की हत्या की योजना बनाई। पूरे देश में सांप से डसवाकर हत्या के दो मामले प्रकाश में आ चुके हैं। इसमें पहला मामला केरल में हुआ था। एक व्यक्ति ने कोबरा सांप से डंसवाकर अपनी पत्नी की हत्या की थी।

दूसरा मामला राजस्थान में सामने आया। संभवतया तीसरा केस उत्तराखंड में सामने आया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, क्राइम पेट्रोल देखकर योजना बनाई गई लेकिन दोनों पैरों पर एक ही पोजिशन पर सांप से डसवाकर अपराधी चूक कर गए।
पुलिस पूछताछ में पता चला कि सपेरा रमेश नाथ मूल रूप से अदकटा भोजीपुरा का रहने वाला है। वह हल्दूचौड़ क्षेत्र के गांवों में भीख मांगने आता था और यहां पंचायतघर में एक झोपड़ी डालकर रहता था। माही की कुंडली में कालसर्प योग था। वह नाग की पूजा कराना चाहती थी। इसके लिए आठ महीने पहले किसी ने सपेरे को माही से मिलवाया था।

उसके बाद से माही और सपेरे के बीच दोस्ती हो गई। पुलिस ने बताया कि सपेरे को माही गुरुजी कहकर बुलाती थी। उसने अंकित को मारने के लिए सपेरे से कोबरा उपलब्ध कराने के लिए कहा था। पुलिस का कहना है कि इसके एवज में उसने सपेरे से अंतरंग संबंध भी बनाए और 10 हजार रुपये भी दिए। तब वह सांप लाने के लिए तैयार हुआ।

घटना के दिन पुलिस कार्बन मोनोआक्साइड से मौत मानकर चल रही थी। पोस्टमार्टम में जैसे ही दो पैरों पर सांप के डंसने की बात सामने आई तो एसएसपी पंकज भट्ट ने इसका पोस्टमार्टम दो डॉक्टर के पैनल से करवाया। दो डॉक्टर के पैनल ने जब पोस्टमार्टम किया तो मौत का कारण और पुख्ता हो गया। अंकित के दोनों पैरों पर एक ही जगह सर्पदंश के निशान थे।
इसके बाद एसएसपी ने चार टीम सीसीटीवी जांचने के लिए, चार मैनुअल टीम और एक सर्विलांस टीम बनाकर जांच कराई। अंकित की प्रेमिका की कॉल डिटेल निकाली गई जिसमें पता चला कि माही अंकित, सपेरे और दीप कांडपाल से लगातार बात कर रही थी।
जांच में अंकित की कार करीब छह बजे माही के घर जाते हुए दिखी। करीब 11 बजे कार वहां से निकली। इसके बाद कार भुजियाघाट और फिर वहां से गौलापार जाती दिखाई दी। फिर तीनपानी रेलवे क्रॉसिंग के पास दिखाई दी और वहीं खड़ी कर दी गई। इसके बाद करीब एक बजे एक कार और आई। वह अंकित की कार के बगल में ढाई मिनट रुकी। इसके बाद कार चली गई। पुलिस ने सपेरे रमेश नाथ, दीप कांडपाल और माही के नंबर को सर्विलांस पर लगाया। सभी नंबर बंद चल रहे थे।

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