New Delhi: भारतीय नौसेना की सूझबूझ और बहादूरी की हर तरफ तारीफ हो रही है। शुक्रवार को उत्तरी अरब सागर में हाईजैक हुए जहाज में फंसे सभी 21 लोगों को बचाने के बाद अब नौसेना लुटेरों की तलाश में जुटी है। इसके लिए वह संदिग्ध जहाजों की जांच कर रही है।
गौरतलब है, नौसेना के मार्कोस कमांडो ने बताया था कि उन्हें सूचना मिली थी कि जहाज पर हथियार से लैस पांच से छह लोग सवार हैं, जिनके बारे में कुछ जानकारी नहीं है। इस पर जहाज की तलाश कर आईएनएस चेन्नई ने शुक्रवार को दोपहर बाद करीब 3:15 बजे अरब सागर में सोमालिया के तट के पास अगवा पोत को घेर लिया था। वहीं, जवानों ने जहाज को चारों ओर से घेर समुद्री लुटेरों को जहाज को छोड़ने की चेतावनी दी। उसके बाद भारतीय नौसेना के मार्कोस कमांडो अगवा पोत पर उतरे और उसकी तलाशी ली तो कोई लुटेरा वहां मौजूद नहीं था।
ऐसे में लग रहा कि जब उन्होंने बड़ी संख्या में जवानों को देखा तो वो डर की वजह से रात के अंधेरे में वहां से भाग निकले। हालांकि, अभी भारतीय नौसेना इस मामले में आराम से नहीं बैठी है। उसने लूटेरों की खोज के लिए युद्धपोत, समुद्री गश्ती विमान पी-8 आई और हेलीकॉप्टर सहित लंबी दूरी के प्रीडेटर एमक्यू9बी ड्रोन को समुद्र में तैनात कर दिए हैं।
बता दें, फिलहाल, भारतीय नौसेना का युद्धपोत आईएनएस चेन्नई कार्गो शिप एमवी लीला नॉरफॉक के पास मौजूद है। जहाज में बिजली उत्पादन और नेविगेशन सिस्टम को बहाल करके उसे अगले बंदरगाह तक यात्रा शुरू करने में मदद की जा रही है।
इससे पहले भारतीय नौसेना ने बचाए गए भारतीयों का एक वीडियो साझा किया। इसमें एक भारतीय कहता दिख रहा है कि उसे बहुत अच्छा महसूस हो रहा है। वहीं, एक अन्य ने कहा कि 24 घंटे से डर में थे। अब हमें राहत मिली है। इसी बीच, एक शख्स ने कहा कि हम सब भारत की नौसेना पर गर्व महसूस करते हैं। फिर क्या था सब लोगों ने एक सुर में ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए।