Dehradun: इंटरनेट पर अधूरा ज्ञान लेकर गलतफहमी पाले एक युवक ने अपनी मां को ही मौत के घाट उतार दिया। खुद को बचाने के लिए वह बाद में मां की हत्या को आत्महत्या बताने की कोशिश करने लगा, लेकिन उसका झूठ ज्यादा देर टिक नहीं पाया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। न्यायालय के आदेश पर उसे जेल भेज दिया गया है।
आरोपी अल्सर से बीमार था जिसके बारे में उसने इंटरनेट पर देखा था कि यह बीमारी धीमे जहर से होती है। यही शक उसने मां पर किया और रात में बहस करने लगा। इसी बहस के बीच आरोपी बेटे ने मां का गला दबा दिया। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि चंद्रा देवी (52 वर्ष) स्पेशल विंग प्रेमनगर में अपने पति व छोटे बेटे अजय सिंह बिष्ट के साथ रहती थीं।
चंद्रा देवी के पति माधो सिंह सेना से सेवानिवृत्त होकर वर्तमान में डीएसपी आर्मी में आईएमए में नौकरी करते हैं। उनका बड़ा बेटा बड़ोदरा (गुजरात) में सेना में ही नौकरी करता है। माधो सिंह शुक्रवार रात को रोज की तरह ड्यूटी चले गए थे। रात के समय चंद्रा देवी और अजय बिष्ट ही घर पर अकेले थे। अजय बिष्ट ने शनिवार तड़के अपने बड़े भाई मोहित को गुजरात में फोन किया और कहा कि मां ने आत्महत्या कर ली है। यह जानकारी मोहित ने अपने पिता माधो सिंह को दी। कहा कि उसे अजय की बात पर विश्वास नहीं हो रहा है।
वह शुक्रवार रात को मां से यही बात कर रहा था। मां चंद्रा देवी ने इन सब बातों से इन्कार किया। काफी देर तक उसकी मां से बहस हुई। रात करीब 10.30 बजे वह बाहर की ओर जाने लगा। इस पर मां ने उसे बाहर जाने से रोका तो उसने आपा खो दिया और मां का गला दबा दिया। कुछ देर बाद उसे अहसास हुआ कि मां की मौत हो चुकी है तो उसने इसे आत्महत्या बताने को अपने बड़े भाई को फोन कर दिया। एसएसपी ने बताया कि चंद्रा देवी के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है।
पुलिस के अनुसार अजय ने एमएससी तक पढ़ाई की है। वह कुछ दिन पहले ही अपने गृह जनपद चंपावत के गांव कलाल से देहरादून आया था। इस वक्त वह बैंकिंग की तैयारी कर रहा था। जहां तक बीमारी की बात है तो उसका कई जगह इलाज होना भी बताया जा रहा है।