मास्टरमाइंड के गिरहबान तक क्यों नहीं पहुंच पा रहे कानून के लंबे हाथ

हरिद्वार: बाबा तरसेम सिंह हत्याकांड में मुख्य हत्यारोपी अमरजीत सिंह का हरिद्वार में एनकाउंटर होने और सात षड्यंत्रकारियों की गिरफ्तारी के बावजूद पुलिस अब तक हत्याकांड के मास्टरमाइंड तक नहीं पहुंच सकी है। कानून के लंबे हाथ अभी तक मास्टरमाइंड के गिरहबान तक क्यों नहीं पहुंच पा रहे हैं, यह अनसुलझा सवाल है।
28 मार्च 2024 की सुबह नानकमत्ता बाबा तरसेम सिंह हत्याकांड में मुख्य हत्यारोपी अमरजीत सिंह का हरिद्वार में एनकाउंटर होने और सात षड्यंत्रकारियों की गिरफ्तारी के बावजूद पुलिस अब तक हत्याकांड के मास्टरमाइंड तक नहीं पहुंच सकी है। कानून के लंबे हाथ अभी तक मास्टरमाइंड के गिरहबान तक क्यों नहीं पहुंच पा रहे हैं, यह अनसुलझा सवाल है।
28 मार्च 2024 की सुबह नानकमत्ता हरिद्वार में एनकाउंटर कर दिया गया है। इससे पूर्व इस हत्याकांड में षड्यंत्र रचने वाले सात आरोपियों को पुलिस चार व सात अप्रैल को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें दो लोगों ने शार्प शूटरों को रायफल उपलब्ध कराई थी, तो अन्य पांच आरोपियों ने भी षड्यंत्र में अलग-अलग भूमिका निभाई लेकिन सात आरोपियों की गिरफ्तारी के बावजूद अब तक बाबा तरसेम सिंह की हत्या का षड्यंत्र रचने वाला मुख्य साजिशकर्ता पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। सूत्रों का कहना है कि इस मामले में फरार चल रहे बिलासपुर निवासी सुल्तान सिंह की गिरफ्तारी के बाद पुलिस के हाथ कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां मिल सकती हैं, लेकिन सुल्तान को गिरफ्तार करना पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है।
सुल्तान सिंह का लंबा-चौड़ा आपराधिक इतिहास है। सूत्रों के अनुसार, सुल्तान के अमरजीत से नजदीकी संबंध थे। उसने ही अमरजीत को बाबा तरसेम सिंह की हत्या के लिए उकसाया था। उस पर 11 मुकदमे दर्ज हैं। सुल्तान और शाहजहांपुर निवासी सतनाम सिंह की तलाश में पुलिस पश्चिमी यूपी और पंजाब में दबिश दे रही है।