Wed. Feb 5th, 2025

श्री बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति तथा एसबीआई क्षेत्रीय प्रबंधक की बैठक में कर्मचारियों के सैलरी एकाउंट बैनिफिट तथा स्टेट गवर्नमेंट सैलरी पैकेज पर चर्चा।

* मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल से मिले एसबीआई के क्षेत्रीय प्रबंधक।

देहरादून: 8 जनवरी। श्री बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति के सभी कर्मचारियों अधिकारियों को अब सैलरी एकाउंट बैनिफिट मिल सकेंगे।
मंदिर समिति के केनाल रोड देहरादून स्थित कार्यालय में श्री बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल तथा देश के शीर्ष बैंक भारतीय स्टेट बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक रूद्रप्रयाग विश्वजीत कुमार के मध्य बैठक में कर्मचारियों अधिकारियों के वेतन खातों को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के माध्यम से बतौर सैलरी एकाउंट संचालित किये जाने पर व्यापक विचार विमर्श हुआ जिसमें एसबीआई कर्मचारियों को स्टेट गवर्नमेंट सैलरी पैकेज ( एसजीएसपी) के तहत सुविधा देगा।

उल्लेखनीय है कि प्रदेश सरकार ने सरकारी कर्मचारियों के वेतन खातों हेतु कुछ शीर्ष बैंको को अधिसूचित किया है जिसमें भारतीय स्टेट बैंक प्रमुख बैंक रहा है।
सैलरी एकाउंट बैनिफिट के तहत शून्य बैलेंस पर भी कर्मचारियों का बैंक खाता खुलता है दुर्घटना आदि की स्थिति में कर्मचारियों का बीमा होता है जिसके लिए बैंक अलग से प्रिमियम नही लेता है इसी तरह स्वास्थ्य बीमा की भी सुविधा रहती है।

बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा हरीश गौड़ ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि एसबीआई क्षेत्रीय प्रबंधक के साथ बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी की बैठक में कर्मचारियों को स्टेट गवर्नमेंट सैलरी पैकेज से होनेवाले लाभ पर चर्चा के साथ ही भारतीय स्टेट बैंक द्वारा सीएसआर मद में मंदिर समिति हेतु लाभ दिये जाने पर भी बातचीत हुई। सैलरी पैकेज में सम्मिलित विभिन्न सैलरी रेंज के आधार पर जीवन बीमा, स्वास्थ्य बीमा, स्वास्थ्य चैकअप, क्रेडिट कार्ड, एटीएम , नेट बैंकिंग,कर्मचारियों के पाल्यों को शिक्षा ऋण सहायता , ट्रेवल, आदि कई बिंदुओं पर चर्चा हुई।

मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने बताया कि बीकेटीसी कर्मचारियों के हित में सहमति के आधार पर इस संबंध में निर्णय लिया जायेगा।

इस अवसर पर बैठक में बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल सहित एसबीआई क्षेत्रीय प्रबंधक विश्वजीत कुमार सहायक अभियंता विपिन तिवारी, संजय चमोली, कुलदीप नेगी, राकेश झिंक्वाण आदि मौजूद रहे।

About The Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *