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कब है स्कंद षष्ठी व्रत?

महीने शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि के दिन स्कंद षष्ठी व्रत रखा जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, ये दिन माता पार्वती और भगवान शंकर के पुत्र कार्तिकेय की आरधना के लिए समर्पित है। स्कंद षष्ठी व्रत के दिन भगवान कार्तिकेय की विधि-विधान से पूजा अर्चना की जाती है। भगवान कार्तिकेय शिव जी और माता पार्वती के ज्येष्ठ पुत्र हैं। कहा जाता है कि वे षष्ठी तिथि और मंगल ग्रह के स्वामी हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, स्कंद षष्ठी के दिन भगवान कार्तिकेय की विधि-विधान से पूजा करने से जीवन की हर तरह की बाधाएं दूर होती हैं। साथ ही इस दिन व्रत रखने वालों को सुख और वैभव की प्राप्ति होती है। मान्यता है कि संतान के कष्टों को कम करने और उसके सुख की कामना के लिए ये व्रत किया जाता है।

स्कंद षष्ठी 2022 तिथि
हिंदू पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि की शुरुआत 05 जून दिन रविवार को प्रात: 04 बजकर 52 मिनट पर हो रही है। ये तिथि 06 जून सोमवार को प्रात: 06 बजकर 39 मिनट पर समाप्त हो जाएगी। ऐसे में उदयातिथि के अनुसार 05 जून को स्कंद षष्ठी व्रत रखा जाएगा।

स्कंद षष्ठी पूजा मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, स्कंद षष्ठी के दिन रवि योग प्रात: 05 बजकर 23 मिनट से शुरू होकर रात 12 बजकर 25 मिनट तक है। ऐसे में स्कंद षष्ठी व्रत की पूजा प्रात:काल से शाम तक कभी भी कर सकते हैं। इसके अलावा इस दिन का शुभ समय दिन में 11 बजकर 52 मिनट से दोपहर 12 बजकर 47 मिनट तक है।

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