उत्तरकाशी की निर्माणाधीन सुरंग में ऑगर मशीन से फिर शुरू हुई ड्रिलिंग

उत्तरकाशी : ड्रिलिंग के लिए लगाई गई पुरानी ऑगर मशीन को फिर से शुरू किया गया है। इससे अब पांचवें पाइप को आगे बढ़ाया जा रहा है। मशीन चलाते हुए भीतर अभी भी कम्पन्न महसूस हो रही है। इसलिए केवल केवल जरूरी ऑपरेटर और विशेषज्ञ ही सुरंग के अंदर हैं।
सिलक्यारा सुरंग के ऊपर बोरिंग के लिए मशीन रवाना कर दी गई है। यह मशीन अस्थाई सड़क से ऊपर पहुंचकर बोरिंग करेगी। यह बोरिंग लाइफलाइन के रूप में की जाएगी।
सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को आज छह इंच के पाइप से फल भेजे गए हैं। अंदर फंसे मजदूरों के परिजनों का कहना है कि उन्हें खुशी है कि अंदर फंसे सभी लोग सुरक्षित हैं और उन्हें आज दसवें दिन फल भेजे गए हैं। वहीं, परिजनों ने श्रमिक से बात भी की।
1-टनल के भीतर रात तीन बजे छह इंच की पाइप लाइन ब्लॉक हुई थी, जिसे फायर ब्रिगेड की गाड़ी ने पानी के प्रेशर से साफ किया। इसके बाद ही कैमरा अंदर जा पाया।
2- एसजेवीएन की मशीन आज दोपहर तक टनल के ऊपर पहुंचने की उम्मीद। शाम या रात को शुरू हो सकती है वर्टिकल ड्रिल।
3- टनल के भीतर अमेरिकी ऑगर मशीन को जल्दी ही शुरू करने की तैयारी।
4- टनल में फंसे मजदूरों को फल जैसे संतरे भेजे गए।
5- परिजन टनल में पहुंचे। अपनों से बात करके संतुष्ट दिखे।
6- आज टनल के आसपास भारी बंदिशें हैं, सरकारी वाहन भी नहीं जाने दे रहे। यूपीसीएल के इंजीनियरों को टनल के ऊपर विद्युतीकरण करने जाना है लेकिन पास के बहाने उन्हें रोका गया।
7- आरवीएनएल ने टनल के ऊपर आठ इंच के लाइफलाइन पाइप की ड्रिल को बेस बनाया।
2- एसजेवीएन की मशीन आज दोपहर तक टनल के ऊपर पहुंचने की उम्मीद। शाम या रात को शुरू हो सकती है वर्टिकल ड्रिल।
3- टनल के भीतर अमेरिकी ऑगर मशीन को जल्दी ही शुरू करने की तैयारी।
4- टनल में फंसे मजदूरों को फल जैसे संतरे भेजे गए।
5- परिजन टनल में पहुंचे। अपनों से बात करके संतुष्ट दिखे।
6- आज टनल के आसपास भारी बंदिशें हैं, सरकारी वाहन भी नहीं जाने दे रहे। यूपीसीएल के इंजीनियरों को टनल के ऊपर विद्युतीकरण करने जाना है लेकिन पास के बहाने उन्हें रोका गया।
7- आरवीएनएल ने टनल के ऊपर आठ इंच के लाइफलाइन पाइप की ड्रिल को बेस बनाया।