केदारनाथ और यमुनोत्री पैदल मार्ग पर चलने वाले घोड़े-खच्चरों की पंजीकरण से पहले फिटनेस जांच
Dehradun: चारधाम यात्रा के दौरान केदारनाथ और यमुनोत्री पैदल मार्ग पर चलने वाले घोड़े-खच्चरों की पंजीकरण से पहले फिटनेस जांच की जाएगी। इसके बाद ही पंजीकरण कर संचालन की अनुमति दी जाएगी। आगामी यात्रा से इस नई व्यवस्था को लागू किया जाएगा। फाटा के पास जांच केंद्र बनाने के लिए जमीन उपलब्ध हो गई है।
केदारनाथ और यमुनोत्री धाम के पैदल मार्ग पर तीर्थयात्रियों को लाने व ले जाने के लिए घोड़े-खच्चरों का संचालन किया जाता है। जिला पंचायत की ओर से मार्ग पर संचालन के लिए घोड़े-खच्चरों का पंजीकरण किया जाता है।
उच्च हिमालयी क्षेत्र में चढ़ाई पर यात्रियों को ले जाने के लिए घोड़े-खच्चर कितने फिट हैं, इसकी जांच नहीं होती है। जिस कारण अक्सर घोड़े-खच्चर दम तोड़ देते हैं। बीते वर्ष अकेले केदारनाथ पैदल मार्ग पर लगभग 340 घोड़े-खच्चरों की मौत हुई थी। इसे देखते हुए सरकार घोड़े-खच्चरों के संचालन के लिए नई व्यवस्था लागू करने जा रही है, जिसमें पंजीकरण से पहले जांच की जाएगी।
11600 से अधिक घोड़े-खच्चर