Fri. Nov 22nd, 2024

गरिमा ने आईएएस की परीक्षा में 39 वी रैंक प्राप्त की।

रुद्रपुर : संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की सिविल सेवा परीक्षा में इस बार भी उत्तराखंड के होनहारों ने नाम रोशन किया है। खबर लिखे जाने तक परीक्षा में राज्य के कुछ युवाओं के सफल होने की जानकारी सामने आई है। इनकी संख्या और अधिक हो सकती है।

रुद्रपुर की ईश्वर कॉलोनी निवासी गरिमा ने पहले ही प्रयास में आईएएस की परीक्षा में 39 वी रैंक प्राप्त की। इनके पिता बिपिन नरूला एक पैथोलॉजी लैब में प्रबंधक हैं व माता शारदा नरूला गृहणी हैं। गरिमा ने वर्ष 2017 में सीबीएसई की बोर्ड परीक्षा में उधम सिंह नगर जिला टॉप भी किया था।

सिविल सेवा परीक्षा में राज्य के युवाओं की भागीदारी इस साल भी अच्छी रही। परीक्षा में दून निवासी मुकुल जमलोकी ने चौथी बार सफलता पाई, उन्होंने 161वीं रैंक हासिल की है। वर्तमान में वे सीएजी कार्यालय कोलकाता में डिप्टी अकाउंटेंट जनरल के पद पर कार्यरत हैं। बागेश्वर में गरुड़ निवासी कल्पना पांडे की 102 रैंक आई है।

वहीं, मूलरूप से पिथौरागढ़ व वर्तमान में दून निवासी हिमांशु सामंत ने परीक्षा में 348वीं रैंक हासिल की है। मसूरी निवासी माधव भारद्वाज ने सिविल सेवा परीक्षा में 536वीं रैंक हासिल की है। इससे पहले उन्होंने यूपीपीसीएस परीक्षा में सफलता अर्जित की थी। वह वर्तमान में शामली में तहसीलदार के पद पर कार्यरत हैं। देर रात तक रिजल्ट सामने आने का सिलसिला जारी था।

बिना कोचिंग लिए तीसरे प्रयास में हल्द्वानी पीलीकोठी निवासी दीक्षिता जोशी ने यूपीएससी परीक्षा में 58वीं रैंक हासिल कर आईएएस अधिकारी बनकर देशभर में प्रदेश और जिले का मान बढ़ाने का काम किया है। दीक्षिता की माता दीपा जोशी पहाड़पानी के खीमराम आर्य राजकीय इंटर कॉलेज में हिंदी विषय की प्रवक्ता है और पिता आईके पांडे नैनीताल बीडी पांडे अस्पताल में फार्मासिस्ट के पद पर तैनात हैं।

About The Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *