बदलापुर: पूर्व भारतीय क्रिकेटर और कांग्रेस नेता मोहम्मद अजहरुद्दीन गुरुवार को हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन में कथित वित्तीय अनियमितताओं से जुड़े धन शोधन मामले में ईडी के समक्ष पेश नहीं पेश हुए। हालांकि उन्हें फिर से आठ अक्तूबर को बुलाया गया है।
बदलापुर के जिस स्कूल में बच्चियों के साथ यौन उत्पीड़न का मामले सामने आया था, पुलिस ने उसके दोनों आरोपी ट्रस्टी स्कूल अध्यक्ष उदय कोटवाल और सचिव तुषार आप्टे को गिरफ्तार कर लिया है। एक दिन पहले ही बॉम्बे हाईकोर्ट ने दोनों की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी। पुलिस ने बताया कि दोनों को करजात से गिरफ्तार किया गया और उन्हें एसआईटी को सौंप दिया जाएगा जो मामले की जांच कर रही है। दोनों पर मामले की जानकारी होने के बावजूद पुलिस में उसकी शिकायत नहीं दर्ज कराने का आरोप है।
तमिलनाडु में एक हत्या के मामले में वांछित 24 वर्षीय हिस्ट्रीशीटर चिन्ना सुबाराव अयनार को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी वेल्लोर का रहने वाला है। एक अधिकारी ने बताया कि चिन्ना के खिलाफ कम से कम आठ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। भागते समय आरोपी ने अपनी पहचान बदल ली थी और एक पेट्रोकेमिकल टैंकर के साथ काम किया था। मुंबई अपराध शाखा की एक टीम ने बुधवार तड़के वाशी नाका इलाके में 40 से अधिक पेट्रोल टैंकरों की तलाशी के बाद उसके लिए जाल बिछाया। पुलिस की उपस्थिति को भांपते हुए अयनार ने भागने की कोशिश की, लेकिन वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक भरत घोणे के नेतृत्व में एक टीम ने पीछा करने के बाद उसे पकड़ लिया। तमिलनाडु से एक पुलिस टीम बाद में मुंबई पहुंची और उसे ट्रांजिट रिमांड पर अपने साथ ले गई।
भारत में चीनी राजदूत शू फेहोंग ने बुधवार को कहा कि भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए चीन तैयार है। चीनी राजदूत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के चीन की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर राष्ट्रपति शी जिनपिंग और चीनी लोगों को दिए बधाई संदेश पर प्रतिक्रिया दे रहे थे।
फेहोंग ने कहा, चीन आपसी सम्मान, समझ, विश्वास और आपसी उपलब्धि के सिद्धांत के अनुसार एक स्वस्थ और स्थिर ट्रैक पर द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए भारतीय पक्ष के साथ काम करने को तैयार है। राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने संदेश में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने की इच्छा व्यक्त की थी। इस बीच, एक अक्तूबर को अमेरिका में कार्नेगी एंडोमेंट की ओर से आयोजित कार्यक्रम में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था कि भारत और चीन के बीच तनाव तब तक बना रहेगा, जब तक सीमा पर सेनाओं की तैनाती जारी रहती है। सीमा पर शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए हमारे बीच समझौते हैं, लेकिन 2020 में चीन ने उन समझौतों का उल्लंघन किया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उपहार के रूप में मिले 600 से अधिक सामान की ऑनलाइन नीलामी की अंतिम तिथि 31 अक्तूबर तक बढ़ा दी गई है। इनमें अयोध्या में राम मंदिर का एक मॉडल और नवीनतम पैरालंपिक खेलों की यादगार वस्तुओं का एक सेट शामिल हैं। यह नीलामी 17 सितंबर को शुरू हुई थी और 2 अक्तूबर तक जारी रहनी थी। संस्कृति मंत्रालय की तरफ से बुधवार को जारी बयान में नीलामी की अंतिम तिथि बढ़ाने की जानकारी दी गई है। यह भी कहा गया है कि यह नीलामी भारत की समृद्ध सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और ऐतिहासिक विरासत को दर्शाती है।
महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले में एक निजी स्कूल में छठी की छात्रा के साथ दरिंदगी का मामला सामने आया। पुलिस ने आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि वह कोर्पणा तहसील क्षेत्र में युवा कांग्रेस का उपाध्यक्ष भी है। एफआईआर में कहा गया है कि आरोपी ने 12 साल की छात्रा को ग्रीष्मकालीन ट्यूशन क्लास के बहाने स्कूल में बुलाया और उसका यौन शोषण किया। आरोपी ने घटना के बारे में किसी को बताने पर छात्रा के माता-पिता को मारने की धमकी दी थी। इसलिए डर के मारे वह आपबीती किसी को बता न सकी। एक अधिकारी ने बुधवार को कहा कि पीड़िता के माता-पिता की शिकायत पर मंगलवार देर रात पॉक्सो के तहत मामला दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि आरोपी को बुधवार सुबह कोर्पणा से 310 किमी दूर अकोला शहर के बस स्टैंड से गिरफ्तार किया गया और बाद में चंद्रपुर लाया गया। आगे की जांच चल रही है।
बंगाल के राज्यपाल डॉ. सीवी आनंद बोस ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आलोचना करते हुए कहा कि उनके सहयोगी लोगों की जिंदगियों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। बोस ने यह टिप्पणी पूर्व मेदिनीपुर जिले के एक प्रवासी मजदूर की सोमवार को चेन्नई में भूख से मौत होने के मद्देनजर की है।
उन्होंने राज्य के प्रवासी मजदूरों की दुर्दशा पर भी चिंता व्यक्त की, जिन्हें आजीविका की तलाश में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने आरोप लगाया कि ये मजदूर ‘भूख’ से बेहाल और दीन हीन हालत में पाए गए, जिनमें से कुछ को चेन्नई रेलवे स्टेशन से बेहोशी की हालत में बचाया गया। उन्होंने कहा कि जिस अस्पताल में पांचों मजदूरों को भर्ती कराया गया था, वहां भी इसकी पुष्टि हुई है। इनमें से तीन की हालत गंभीर है। उन्होंने कहा कि मजदूरों में से एक समर खान की 30 सितंबर को मौत हो गई थी। राज्यपाल ने कहा कि राज्य सरकार को प्रवासी श्रमिकों की दुर्दशा के प्रति संवेदनशील और उत्तरदायी होना चाहिए।
ओडिशा के गंजम जिले में पिता की मौत के बाद अनाथ हो चुके चार नाबालिग भाई-बहन अपने अस्तित्व के लिए राज्य सरकार की मदद का इंतजार कर रहे हैं। अनाथ हुए नाबालिगों की पहचान खुशी बेहरा (17), उसकी दो बहनों लूशी (15), ममाली (13) और भाई महाबीर (11) के रूप में हुई है। उनके पिता सुबाला बेहरा (45) का 23 सितंबर को निधन हो गया था। उनकी मां पुस्पा का पांच साल पहले निधन हो गया था। दिहाड़ी मजदूर सुबाला की कुछ बीमारियों से पीड़ित होने के बाद मृत्यु हो गई।
पिता की मौत के बाद उनकी दादी लक्ष्मी उनकी देखभाल कर रही हैं। मछली बेचने से अपनी सीमित आय के कारण, लक्ष्मी (70) चार पोते-पोतियों के दैनिक खर्चों को पूरा करने में असमर्थ थीं। इसके अलावा, उसका घर भी जर्जर हालत में है। भाई-बहनों ने भंजनगर के उप-कलेक्टर अनिल कुमार सेठी से मुलाकात की और कुछ सरकारी सहायता मांगी। सेठी ने तुरंत जिला रेडक्रॉस फंड से 10,000 रुपये मंजूर किए और तहसीलदार, भंजनगर को उनकी दुर्दशा के बारे में पूछताछ करने के लिए कहा।
लक्ष्मी ने कहा कि रेड क्रॉस से मिली सहायता का खर्च उनके बेटे (सुबाला) के अंतिम संस्कार पर खर्च किया जाएगा। इस बारे में पूछे जाने पर उपजिलाधिकारी ने कहा, ‘तहसीलदार से रिपोर्ट मिलने के बाद हम कलेक्टर से चर्चा के बाद उनके पुनर्वास के लिए कदम उठाएंगे।’
दादी ने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि सरकार बच्चों की देखभाल करेगी क्योंकि वे अपने पिता की मृत्यु के बाद अनाथ हो गए हैं। लगभग पांच साल पहले हमारी मां की मृत्यु के बाद मेरे पिता हमारी देखभाल कर रहे थे। उनकी मृत्यु के बाद, अब हम अपने भविष्य के बारे में बहुत चिंतित हैं, क्योंकि हमारी बूढ़ी दादी आजीविका चलाने के लिए ज्यादा कमाई करने में असमर्थ हैं।’
चारों अनाथ बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सरकार से उनके उचित पुनर्वास और उनकी पढ़ाई के लिए कदम उठाने का आग्रह किया है। बाल अधिकार कार्यकर्ता सुधीर साबत ने कहा, ‘उनकी दादी बूढ़ी हो गई हैं और वह मछली बेचकर कमाने की स्थिति में नहीं हैं। चारों भाई-बहन अब लगभग निराशा की स्थिति में हैं। जिला प्रशासन को उनकी देखभाल करनी चाहिए और उनकी पढ़ाई सुनिश्चित करनी चाहिए।’