उत्तराखण्ड भर्ती घोटाला में गिरफ्तारी कम और जमानत ज्यादा
देहरादून। आयोग में पीआरडी कर्मचारी रह चुके संजय राणा को एसटीएफ ने तीन सितंबर 2022 को गिरफ्तार किया था। एसटीएफ ने राणा के घर से एक कंप्यूटर, प्रिंटर और अन्य दस्तावेज बरामद किए थे। ये सभी पेपर लीक से संबंधित थे। आरोप है कि संजय ने अपनी पत्नी सहित अन्य अभ्यर्थियों को पेपर लीक की कापी पीआरडी जवान मनोज जोशी से ले कर दी थी।
एसटीएफ ने राणा के घर से एक कंप्यूटर, प्रिंटर और अन्य दस्तावेज बरामद किए थे। ये सभी पेपर लीक से संबंधित थे। आरोप है कि संजय ने अपनी पत्नी सहित अन्य अभ्यर्थियों को पेपर लीक की कापी पीआरडी जवान मनोज जोशी से ले कर दी थी।
पेपर लीक मामले में एक और आरोपी पूर्व पीआरडी कर्मचारी संजय राणा को भी न्यायालय ने जमानत दे दी है। संजय राणा पर आरोप था कि उसने अपनी पत्नी को परीक्षा से पहले लीक किया हुआ पेपर मुहैया कराया था। अब तक इस मामले में कुल 19 लोगों की जमानत हो चुकी है।
अपर जिला जज चतुर्थ आशुतोष मिश्रा अदालत ने संजय राणा को एक लाख के निजी मुचलके और देश न छोड़ने की शर्त पर जमानत दी है। राणा समेत कई आरोपियों के खिलाफ आपराधिक षड्यंत्र और विश्वास का आपराधिक हनन की धाराएं भी जोड़ी गई थीं। अब तक इस मामले मे 19 आरोपियों को न्यायालय ने जमानत दे दी है, जबकि, 22 आरोपी अभी जेल में बंद हैं।