पीएम मोदी ने बिलासपुर से प्रदेश की जनता को 1471 करोड़ रुपये की लागत से बने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) का तोहफा दिया।

इससे पहले बिलासपुर में एम्स का उद्घाटन करने के बाद उन्होंने लुहणू मैदान से जनसभा में पीएम ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के लोगों के अब दोनों हाथों में लड्डू होंगे। यहां देश-दुनिया के लोग एम्स में इलाज करवाने आएंगे और इसका लाभ पर्यटन को भी होगा। मोदी ने कहा कि इसे ग्रीन एम्स के नाम से भी जाना जाएगा। कांग्रेस का नाम लिए बिना उन्होंने विपक्षी पार्टी पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली के साथ हिमाचल में जनता का आशीर्वाद न मिलता तो वे विकास में अड़ंगा डाल देते। मोदी ने कहा कि यह भी संयोग देखिए कि आज विजयादशमी है और उन्हें रणसिंघा फूंकने का अवसर मिला। यह भविष्य के लिए हर विजय का आगाज लेकर आया है।
अब हर साल हिमाचल में डॉक्टरी की पढ़ाई करेंगे 1,200 विद्यार्थी

एम्स, टनल, हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज अगर बने हैं तो यह आपके वोट की ताकत है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता को झकझोरते हुए कहा कि अनुराग, नड्डा और जयराम कह रहे थे कि यह सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि वह सच्चाई बता दें कि सब किसने किया, यह सब आपने किया। अगर दिल्ली में मोदी को आशीर्वाद देते और और हिमाचल में मोदी के साथियों को आशीर्वाद न देते तो ये सारे कामों में वह अड़ंगा डाल देते। यह जयराम की टीम है कि वे जो काम दिल्ली से लाते हैं, वह यहां तेजी से हो रहा है। एम्स, टनल, हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज अगर बने हैं तो यह आपके वोट की ताकत है।

हिमाचल में तेजी से हो रहा डिजिटल लेनदेन
प्रधानमंत्री ने कहा कि डिजिटल कनेक्टिविटी को लेकर भी हिमाचल में अभूतपूर्व काम हुआ है। आठ साल में मेड इन इंडिया मोबाइल फोन सस्ते हुए हैं और गांव-गांव तक कनेक्टिविटी बढ़ी है। यहां डिजिटल लेनदेन भी बहुत तेजी से हो रहा है। अब देश में पहली बार मेड इन इंडिया 5 जी सेवा शुरू हो चुकी है। इसका हिमाचल को लाभ जल्द होगा। मोदी ने हिमाचल के लोगों और पूरे देशवासियों को विजयादशमी की लुहणू के मैदान से ही अनंत शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि ये पावन पर्व हर बुराई से पार पाते हुए अमृत काल के लिए लिए जिन पंच प्राणों का संकल्प देश ने लिया है, उस पर चलने के लिए नई ऊर्जा देगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि डिजिटल कनेक्टिविटी को लेकर भी हिमाचल में अभूतपूर्व काम हुआ है। आठ साल में मेड इन इंडिया मोबाइल फोन सस्ते हुए हैं और गांव-गांव तक कनेक्टिविटी बढ़ी है। यहां डिजिटल लेनदेन भी बहुत तेजी से हो रहा है। अब देश में पहली बार मेड इन इंडिया 5 जी सेवा शुरू हो चुकी है। इसका हिमाचल को लाभ जल्द होगा।

हिमाचल में कनेक्टिविटी पर खर्च हो रहे 50 हजार करोड़
प्रधानमंत्री ने कहा कि 2014 के बाद से आधारभूत ढांचा गांव-गांव में पहुंचाया जा रहा है। सड़कों को चौड़ा करने का काम चल रहा है। हिमाचल में कनेक्टिविटी पर करीब 50,000 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। पिंजौर से नालागढ़ हाईवे के फोरलेन के काम के पूरा होने से औद्योगिक क्षेत्र नालागढ़-बद्दी को तो लाभ होगा ही, चंडीगढ़, अंबाला से मंडी और मनाली की ओर जाने वाले लोगों की भी आवाजाही आसान होगी।
किन्नौर का आलू भी अब ड्रोन से तुरंत पहुंचेगा मंडी
हिमाचल पहला राज्य है, जिसने देश में ड्रोन पॉलिसी बनाई है। ड्रोन का इस्तेमाल बढ़ने वाला है। किन्नौर से अगर आलू भी है तो ड्रोन से उठाकर बड़ी मंडी में तुरंत ला सकते हैं।