16 अक्टूबर को उत्तराखंड में उच्च शिक्षा में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) लागू हो जाएगी।
देहरादून : केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान 16 अक्टूबर को उत्तराखंड में उच्च शिक्षा में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के क्रियान्वयन को हरी झंडी दिखाएंगे। वह हरिद्वार में पतंजलि योगपीठ में आचार्य कुलम के वार्षिक समारोह में भी प्रतिभाग करेंगे। उच्च शिक्षा मंत्री डा धन सिंह रावत ने बताया कि केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में उच्च शिक्षा में राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू करने के कार्यक्रम में सम्मिलित होंगे। इससे पहले वह रविवार सुबह 9.30 बजे मुख्यमंत्री आवास में उच्च शिक्षा, विद्यालयी शिक्षा और कौशल विकास विभागों की समीक्षा बैठक में भाग लेंगे। हरिद्वार में राजकीय इंटर कालेज, बीएचईएल में राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक प्रदीप नेगी के कार्यों का निरीक्षण करेंगे और छात्र-छात्राओं से संवाद करेंगे।
हरिद्वार से नई दिल्ली के लिए रवाना होंगे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे जन समस्याओं का निराकरण त्वरित गति से संवेदनशीलता के साथ करें। मुख्यमंत्री धामी ने कैंप कार्यालय स्थित मुख्य सेवक सदन में प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आए व्यक्तियों तथा विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों से भेंट कर उनकी समस्याएं सुनी और संबंधित अधिकारियों को समस्याओं के त्वरित निराकरण के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जन समस्याओं का समाधान अधिकारियों की जिम्मेदारी भी है। जिला स्तर पर स्थानीय व्यक्तियों की समस्याओं का समाधान करने के लिए जिलाधिकारियों को प्रतिमाह अपने-अपने जिलों के दूरस्थ क्षेत्रों में बहुउद्देशीय शिविरों के आयोजन की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया है।
बीडीसी की बैठकों में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने के निर्देश दिए गए हैं। सभी अधिकारियों को सोमवार को जनता से मिलने का समय निर्धारित कर अनिवार्य रूप से जन समस्याओं के निराकरण की व्यवस्था सुनिश्चित करने को भी कहा गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आम जनता को अपनी समस्याओं के समाधान के लिए अनावश्यक रूप से देहरादून न आना पड़े, इसके लिए जिलाधिकारियों को कहा गया है कि जिलों की समस्याओं का समाधान स्थानीय स्तर पर सुनिश्चित किया जाए।