श्रमिकों के इन शब्दों ने रेस्क्यू अभियान में लगे सभी लोगों का हौसला बढ़ाया।
Dehradun: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों के हिम्मत और धैर्य से रेस्क्यू अभियान सफल रहा। सभी श्रमिकों के परिजनों ने उस चुनौतीपूर्ण समय में जिस संयम और साहस का परिचय दिया, उसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए वो कम है। उन्होंने इस बचाव अभियान में लगे सभी लोगों का भी आभार जताया।
इस मुश्किल घड़ी में श्रमिकों ने जो धैर्य रखा, वह सभी को प्रेरित करने का काम करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और श्रमिकों की हिम्मत से ही यह रेस्क्यू अभियान सफल हुआ। प्रधानमंत्री रेस्क्यू ऑपरेशन की प्रत्येक दिन अपडेट लेते थे और श्रमिकों को सकुशल बाहर निकालने के लिए विशेषज्ञों और आवश्यक उपकरण उपलब्ध कराते रहे। केंद्रीय राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह भी इस रेस्क्यू अभियान के दौरान लगातार सिलक्यारा में मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि टनल में फंसे श्रमिकों के धैर्य ने इस अभियान को सफल बनाने के लिए सभी का मनोबल बढ़ाया। अनेक प्रयासों के बाद भी जब समय अधिक लग रहा था, तो श्रमिकों ने कहा अधिक समय लगने की उनको चिंता नहीं है, प्रयास हो कि वे सुरक्षित बाहर निकल जाएं। श्रमिकों के इन शब्दों ने रेस्क्यू अभियान में लगे सभी लोगों का हौसला बढ़ाया।
केंद्र सरकार ने श्रम कानूनों में अनेक बदलाव किए हैं। श्रम सुविधा पोर्टल शुरू किया गया है। साथ ही आठ श्रम कानूनों को एक कर सरलीकरण का काम किया। प्रत्येक श्रमिक को एक विशेष लेबर आइडेंटिफिकेशन नंबर दिया जा रहा है। जिससे उसकी पहचान की जा सके। धामी ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्वकर्मा जयंती पर 13 हजार करोड़ की पीएम विश्वकर्मा योजना की शुरुआत की, इससे देशभर के लगभग 30 लाख श्रमिक परिवारों को लाभ मिलेगा। इस योजना के तहत पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों को बिना गारंटी के न्यूनतम ब्याज दर पर ऋण सहायता दी जाएगी।