जौनसार बावर क्षेत्र के लिए 27 साल से सपना बनी है रेलगाड़ी
Dehradun: उत्तराखंड के गढ़वाल और कुमाऊं मंडल रेल लाइन से काफी पहले जुड़े चुके हैं। लेकिन जौनसार बावर के प्रवेश द्वार विकासनगर तक आज भी ट्रेन नहीं पहुंची है। वर्ष 1996 में तत्कालीन रेल राज्य मंत्री और गढ़वाल सांसद सतपाल महाराज ने देहरादून से वाया विकासनगर होते हुए सहारनपुर तक रेल लाइन बिछाने के लिए सर्वे कार्य का शिलान्यास किया था। लेकिन इसके आगे बात नहीं बढ़ी।
वर्ष 2014 में उत्तराखंड की तत्कालीन कैबिनेट ने सहारनपुर-धर्मावाला रेल लाइन के प्रस्ताव को हरी झंडी दिखाई थी। यह प्रस्ताव भी कहीं फाइलों में गुम हो गया। रेल लाइन बनती तो जौनसार बावर से दिल्ली की दूरी भी कम होती। लेकिन आज भी जौनसार बावर और उससे सटे क्षेत्रों की करीब 5.5 लाख की आबादी के लिए रेलगाड़ी एक सपना बनी हुई है। जब रेल लाइन के मुद्दे को लेकर स्थानीय भाजपा विधायक मुन्ना सिंह चौहान से बात की गई तो उन्होंने इसपर टिप्पणी करने से साफ इंकार कर दिया।
पूर्व कैबिनेट मंत्री नवप्रभात शुरूआत से ही सहारनपुर से विकासनगर तक रेल लाइन के निर्माण के प्रबल पक्षधर रहे। उन्होंने ही वर्ष 2014 में कैबिनेट के समक्ष यह प्रस्ताव रखा था। प्रस्ताव को कैबिनेट से मंजूरी मिली थी। नवप्रभात बताते है कि रेल लाइन का निर्माण होता तो दिल्ली से जौनसार बावर की दूरी भी कम होती। इससे पूरी यमुना घाटी (जौनसार बावर, पछवादून, रंवाई, जौनपुर ), हिमाचल प्रदेश और उत्तरप्रदेश के सीमांत क्षेत्र सीधे रेल मार्ग से जुड़ जाते। वहीं देहरादून और हरिद्वार का फेरा लगाने में बर्बाद होने वाला समय भी बचता। उन्होंने कहा कि इससे व्यापारियों के साथ औद्योगिक क्षेत्रों को लाभ मिलता। उन्होंने कहा कि अगर सरकारी नीति में लोक हित है तो रेल लाइन बननी चाहिए।
Iगढ़वाल और कुमाऊं मंडल की तरह जौनसार क्षेत्र के लोगों को भी रेल सेवा की जरूरत है। विकासनगर जौनसार, पछवादून के साथ हिमाचल, टिहरी और उत्तरकाशी के सीमांत क्षेत्र का केंद्र बिंदु है। यहां रेल लाइन का निर्माण होता है तो सभी को इसका लाभ मिलेगा। – नीरज अग्रवाल, पूर्व पालिकाध्यक्ष
Iसभी क्षेत्र रेल लाइन से जुड़ रहे हैं तो विकासनगर ही क्यों पीछे है। यह क्षेत्र जौनसार, पछवादून, हिमाचल प्रदेश और अन्य सीमांत जिलों से जुड़ा है। अगर यहां रेल पहुंचेगी तो निश्चित रूप से क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में भी बड़ा सुधार आएगा। – वरुण अरोड़ा, व्यापारी
Iविकासनगर जौनसार बावर और पछवादून का केंद्र बिंदु है। आसपास के प्रदेशों और जिलों की लाखों की आबादी इस क्षेत्र से जुड़ी है। रेल सेवा मिलती है तो क्षेत्र को विकास होगा। यहां के लोगों को अपने रोजगार को बढ़ाने के अवसर मिलेंगे। सभी को लाभान्वित करने वाली योजना को मंजूरी मिलनी चाहिए। – विपुल जैन, पूर्व सभापति कृषि मंडी
Iअभी यहां केवल बस की सुविधा ही उपलब्ध है। अगर रेल यात्रा करनी हो तो देहरादून जाना पड़ता है। समय और पैसा दोनों बर्बाद होता है। अगर देहरादून से वाया विकासनगर होते हुए सहारनपुर तक रेल लाइन का निर्माण होगा तो इसका लाभ जौनसार, पछवादून समेत आसपास के क्षेत्रों की एक बड़ी आबादी को मिलेगा। – कितेश जयसवाल, व्यापारीI