क्रिप्टोकरेंसी को लेकर राष्ट्रपति बाइडेन ने उठाए ये कदम
नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बुधवार को क्रिप्टोकरेंसी की सरकारी निगरानी पर एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए। यह डिजिटल मुद्रा के कारोबार को विनियमित करने की दिशा में पहला कदम है। इसमें फेडरल रिजर्व से यह पता लगाने को कहा गया कि क्या केंद्रीय बैंक को इसमें आना चाहिए और अपनी डिजिटल मुद्रा बनाना चाहिए। कार्यकारी आदेश के तहत, बाइडेन ने वित्तीय स्थिरता और राष्ट्रीय सुरक्षा पर क्रिप्टोकरेंसी के प्रभाव का अध्ययन करने के लिए ट्रेजरी विभाग और अन्य संघीय एजेंसियों को भी निर्देश दिया है। बाइडेन के शीर्ष आर्थिक और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ब्रायन डीज़ और जेक सुलिवन ने कहा कि यह आदेश संयुक्त राज्य के लिए पहली व्यापक संघीय डिजिटल संपत्ति रणनीति स्थापित करेगा।
डीज़ और सुलिवन ने बुधवार को एक संयुक्त बयान में कहा, यह अमेरिका को देश और विदेश में डिजिटल संपत्ति पारिस्थितिकी तंत्र के नयापन और शासन में अग्रणी भूमिका निभाने में मदद करेगा। यह एक तरह से उपभोक्ताओं की रक्षा करता है, इसके अलावा यह हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों के अनुरूप है और अमेरिकी वैश्विक प्रतिस्पर्धा को आगे बढ़ाता है।
बाइडेन प्रशासन ने तर्क दिया है कि रूस क्रिप्टोकरेंसी की ओर रुख करके यू.एस. और यूरोपीय व्यापार के नुकसान की भरपाई नहीं कर पाएगा। अधिकारियों ने कहा कि रूस के व्लादिमीर पुतिन ने पिछले महीने यूक्रेन पर आक्रमण करने से पहले डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति के आदेश पर काम किया था। बाइडेन के उप राष्ट्रीय सुरक्षा और आर्थिक सलाहकार दलीप सिंह ने बुधवार को सीएनएन को बताया कि क्रिप्टो वास्तव में हमारे प्रतिबंधों का समाधान नहीं है।’