बदरीनाथ: फरवरी माह में हुई अत्यधिक बर्फबारी से बदरीनाथ हाईवे हनुमान चट्टी से आगे अभी बर्फ से ढका है। स्थिति यह है कि हनुमान चट्टी से बदरीनाथ धाम तक 10 किलोमीटर क्षेत्र में नौ जगहों पर हिमखंड पसरे हैं। बीआरओ (सीमा सड़क संगठन) की ओर से हिमखंडों को काटकर माणा गांव तक हाईवे को सुचारु तो कर दिया गया है लेकिन फिर बर्फबारी होती है तो बदरीनाथ धाम की यात्रा तैयारियों में दिक्कतें आ सकती हैं।
बदरीनाथ हाईवे के दोनों ओर से तीन से चार फीट तक बर्फ जमी है, जबकि रड़ांग बैंड, कंचन गंगा के अलावा अन्य जगहों पर हिमखंड आए हैं। रड़ांग बैंड के समीप ही दो नई जगहों पर भी इस बार उच्च हिमालय क्षेत्रों से हिमखंड आ गए हैं। कंचनगंगा में करीब 11 फीट का हिमखंड आया है जिसे काटकर हाईवे सुचारु किया गया है। वहीं बीआरओ को कमांडर कर्नल अंकुर महाजन का कहना है कि देश के प्रथम गांव माणा तक बदरीनाथ हाईवे सुचारु कर दिया गया है। कई नई जगहों पर भी इस बार हिमखंड आए हैं।
बार-बार मौसम खराब होने से यात्रा तैयारियां अभी शुरू नहीं
बदरीनाथ मंदिर के कपाट 4 मई को खोल दिए जाएंगे। अब यात्रा को शुरू होने में डेढ़ माह का समय शेष रह गया है लेकिन बार-बार मौसम खराब होने और बर्फबारी होने से बदरीनाथ धाम में यात्रा तैयारियां अभी तक शुरू नहीं हो पाई हैं।
सबसे अधिक दिक्कत जल संस्थान को उठानी पड़ रही है। संस्थान की ओर से धाम में पेयजल लाइनों के सुधारीकरण और चरण पादुका से आईएसबीटी तक करीब एक करोड़ रुपये के टेंडर हो चुके हैं लेकिन धाम में बर्फ जमी होने के कारण यहां काम शुरू नहीं हो पा रहे हैं। वहीं जल संस्थान के सहायक अभियंता अरुण गुप्ता का कहना है कि मौसम सामान्य होने पर संस्थान की टीम बदरीनाथ धाम जाएगी।
धाम में अभी दो से तीन फीट तक बर्फ है, जिससे पेयजल लाइनों का सुधारीकरण कार्य शुरू नहीं कर पा रहे हैं। वहीं डीएम डॉ. संदीप तिवारी का कहना है कि बदरीनाथ धाम की तैयारियों को लेकर जल्द प्रशासन की टीम धाम जाएगी। धाम में बर्फबारी के कारण यात्रा तैयारियां शुरू नहीं हो पाए हैं। जैसे ही मौसम सामान्य होता है, नगर पंचायत, बीकेटीसी और जिलास्तरीय अधिकारियों की टीम बदरीनाथ जाएगी।