होमस्टे के कमरे में लटका मिला युवती का शव

शुक्रवार को भी ग्रामीणों ने करीब चार घंटे तक हंगामा काटा। मौके पर पहुंचे सीओ ने ग्रामीणों को किसी तरह समझा बुझाकर युवती के शव को जिला अस्पताल भिजवाया। जहां उसके पंचनामा व पीएम की कार्रवाई की जा रही है।
जानकारी के अनुसार उत्तरकाशी निवासी एक व्यक्ति का संगमचट्टी क्षेत्र के कफनौल गांव में होमस्टे है। इस होमस्टे में भंकोली गांव निवासी अमृता रावत (18) पिछले एक साल से नौकरी करती थी। शुक्रवार सुबह करीब आठ बजे अमृता का शव होमस्टे के उसी कमरे में लटका मिला, जिसमें वह रहती थी। सूचना पर मनेरी थाने से एसएसआई राजेश कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम मौके पर पहुंची।

परिजनों ने आरोप लगाया कि शव जिस रस्सी से लटका हुआ था वह कमजोर थी और अमृता के पैर भी जमीन को छू रहे थे। परिजनों का कहना है कि उनकी बेटी की हत्या की गई है और इसे आत्महत्या दर्शाने के लिए यहां फंदे लटकाया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि जिस कमरे में अमृता रहती थी, उसकी अंदर से कुंडी भी नहीं लगी थी।
सूचना पर दोपहर करीब 12:30 बजे सीओ अनुज कुमार मौके पर पहुंचे। जिन्होंने आक्रोशित परिजन व ग्रामीणों को समझाया। जिसके बाद युवती के शव को फंदे से उतारकर जिला अस्पताल भिजवाया गया। ग्रामीण राजेश चौहान, सहदेव रावत, देवेंद्र रावत, भागवत रावत व सतवीर रावत आदि ने पुलिस से मामले की निष्पक्ष जांच करने की मांग की।
पुलिस ने घटना के समय होमस्टे में मौजूद वहां के मालिक व नौकर को हिरासत में ले लिया है। घटना के दौरान आक्रोशित ग्रामीणों ने नौकर को मारने का भी प्रयास किया था। जिसे पुलिस ने किसी तरह बचाया।
प्रथमदृष्टया लग फंदे पर लटकने से युवती की मौत हुई है। विस्तृत जांच के लिए डॉक्टरों के पैनल व वीडियोग्राफी के साथ पोस्टमार्टम कराया जाएगा। सभी सीसीटीवी कैमरोें व डीवीआर को कब्जे में ले रहे हैं। जो भी साक्ष्य सामने आएगा, उसके आधार पर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई होगी। -अनुज कुमार, सीओ उत्तरकाशी।