भूस्खलन से 60 परिवारों की जान खतरे में, कैसे बल्लियों पर टिकी जिंदगी

जोशीमठ। जोशीमठ नगर क्षेत्र में भूस्खलन की जद में आने से गांधीनगर के करीब 60 परिवार खतरे की जद में हैं। भारी बारिश के बाद घरों की दीवार व छतों में दरार आने से लोग दहशत में जीने को विवश हैं। रात को दीवार व छत टूट कर न गिरे इसके लिए बल्लियों से सहारा दिया गया है।
पिछले साल 18 व 19 अक्टूबर को भारी बारिश से जोशीमठ नगर क्षेत्र को भारी नुकसान हुआ था। यहां तक कि कई मकान, बड़े-बड़े होटलों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जोशीमठ, महाविद्यालय के भवनों में दरारें पड़ गईं। गांधीनगर वार्ड में सबसे अधिक मकानों पर दरार पड़ी हैं। इसके चलते यहां रहने वाले परिवार डर के साये में रहने को विवश हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने अपने आप को सुरक्षित रखने के लिए अपने घरों पर लकड़ी की बड़ी-बड़ी बल्लियां लगाई हैं, ताकि छत और दीवार टूटने से बच जाए। हालांकि बारिश के दौरान यहां बड़े हादसे भी हो सकते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि क्षतिग्रस्त भवनों के भीतर छोटे-छोटे बच्चों के साथ रहना काफी मुश्किल हो रहा है।