सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट की लागत घटेगी, बिजली के दाम भी कम मिलेंगे, नियामक आयोग लागू करेगा नया टैरिफ
Dehradun: प्रदेश में सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट लगाने वालों को अब कम खर्च करना पड़ेगा। वहीं, इससे पैदा होने वाली बिजली के दामों में भी गिरावट होगी। उत्तराखंड विद्युत नियामक आयोग ने नई दरों के लिए ड्राॅफ्ट जारी करते हुए इस पर 30 सितंबर तक सुझाव और आपत्तियां मांगी हैं।
नियामक आयोग हर साल सौर ऊर्जा से जुड़े सभी प्रोजेक्ट के लिए लागत दरों और उनसे पैदा होने वाली बिजली की दरों का टैरिफ जारी करता है। इस बार के लिए भी आयोग ने ड्राफ्ट जारी कर दिया है। इसमें घर की छत पर लगने वाले सोलर रूफटॉप से लेकर जमीन पर लगने वाले एक मेगावाट से बड़े सौर ऊर्जा प्रोजेक्ट भी शामिल हैं।
10 किलोवाट तक के छोटे प्रोजेक्ट से पैदा होने वाली बिजली के दाम बिना सब्सिडी 6.29 रुपये प्रति यूनिट से घटाकर 5.51 रुपये प्रति यूनिट प्रस्तावित किए गए हैं। 10-100 किलोवाट के लिए 5.71 से घटाकर 4.99 रुपये प्रति यूनिट, 100-500 किलोवाट के 5.33 से घटाकर 4.65 रुपये और 500 किलोवाट से एक मेगावाट तक के प्रोजेक्ट के लिए 5.11 से घटाकर 4.45 रुपये प्रति यूनिट प्रस्तावित की गई है।
इसी प्रकार आयोग ने सब्सिडी के हिसाब से भी संशोधित टैरिफ का प्रस्ताव किया है। जितनी सब्सिडी होगी उसी हिसाब से एक मेगावाट तक के सोलर प्रोजेक्ट के दाम कम होंगे। आयोग के सचिव नीरज सती ने बताया, सोलर प्रोजेक्ट की लागत लगातार कम हो रही है।
इसी हिसाब से उत्पादित बिजली के दाम भी कम करने का प्रस्ताव जारी करते हुए 30 सितंबर तक सुझाव मांगे गए हैं। उन्होंने ये भी बताया, उत्तराखंड के सोलर प्रोजेक्ट से पैदा बिजली के दाम अभी भी हिमाचल, राजस्थान, एमपी समेत विभिन्न राज्यों से काफी अधिक है।
लागत में इतनी गिरावट