कोरोना में निस्वार्थ भाव से सेवा देने वाले डा. विजय मोहन सिंह अब कोरोना मरीजों के घर-घर जाकर दवा पहुंचाने का काम कर रहे
कोरोना की पहली व दूसरी लहर में निस्वार्थ भाव से सेवा देने वाले डा. विजय मोहन सिंह अब कोरोना मरीजों के घर-घर जाकर दवा पहुंचाने का काम कर रहे हैं। इस नेक कार्य में उन्हें समाज से भी भरपूर समर्थन मिल रहा है। ये वैसे निजी चिकित्सक हैं, जो समाज की हर जरूरत पर सबसे आगे दिखाई दिए।
पहली लहर में जब शहर में चिकित्सकों की कमी पड़ने लगी तो तब के डीसी रविशंकर शुक्ला से मिले और अपनी सेवा देने की बात कही। तब से लेकर अभी तक ये मरीजों की सेवा में 24 घंटे तत्पर रहते हैं। इसके लिए इन्हें सिविल सर्जन, एमजीएम
अधीक्षक, सीआरपीएफ ग्रुप सेंटर जादूगोड़ा के कमांडेंट संजय कुमार सहित अन्य पदाधिकारियों की ओर से सम्मान भी मिल चुका है। डा. विजय मोहन सिंह फिलहाल मानगो नगर निगम के ब्रांड एंबेसडर भी हैं।
रोजाना आठ से दस लोगों को पहुंचाते दवा
डा. विजय मोहन सिंह कहते हैं कि पहली व दूसरी लहर में देखा कि कई लोग दवा खरीदने की भी स्थिति में भी नहीं हैं। उसके दो कारण है। पहला यह कि उनके घर में कोई नहीं है। वहीं, दूसरा उनके पास पैसा नहीं है। इसे देखते हुए जब तीसरी लहर आई तो मैंने वैसे लोगों को मुफ्त में दवा उपलब्ध कराने की सोची। इसके लिए मैंने इंटरनेट मीडिया पर एक पोस्ट किया कि अगर कोई दवा या कोई अन्य सामग्री दान में देना चाहते हैं तो वे 9470272521 पर संपर्क कर सकते हैं। इस दौरान रोटरी क्लब सहित अन्य सामाजिक लोगों का सहयोग मिलने लगा। इसके बाद मैं रोजाना आठ से दस लोगों को मुफ्त में दवा उपलब्ध कराता हूं।
जन्मदिन के मौके पर आक्सीजन बैंक की शुरुआत
डा. विजन मोहन सिंह का जन्मदिन 18 जनवरी यानी मंगलवार को है। इस दिन को खास बनाने के लिए उन्होंने कोरोना मरीजों के लिए आक्सीजन बैंक की शुरुआत की है। इसके माध्यम से मरीजों को मुफ्त में आक्सीजन उपलब्ध कराई जाएगी। इसमें सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी, रोटरी क्लब व मानगो नगर निगम का भी सहयोग प्राप्त है। अगर किसी को जरूरत पड़े तो वे फोन नंबर 9470272521 पर संपर्क कर सकते हैं। डा. विजय मोहन सिंह ने बताया कि आक्सीजन बैंक की स्थापना मानगो पोस्ट आफिस रोड में की गई है। इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रमुख गुरमुख सिंह मुखे, मानगो नगर निगम के स्वच्छता सलाहकार आलोक स्कंध, सेनेटरी इंस्पेक्टर कुमार अंशुमान, गुरतेज मुखे उपस्थित थे।