घटेगा बस्ते का बोझ, एक क्लिक से मिलेंगी किताबें
अब विद्यार्थी मोबाइल या लैपटॉप पर मात्र एक क्लिक पर कहीं भी बैठकर किताबें पढ़ पाएंगे। इससे राज्य के करीब पैंतीस लाख से अधिक विद्यार्थियों को फायदा होगा। हालांकि इन किताबों को डाउनलोड कर आगे बेचने पर पूरी तरह से पाबंदी है। अगर कोई ऐसा करता है तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
जानकारी के मुताबिक पीएइर्सबी काफी समय से सभी कक्षाओं की ई-बुक्स बना रहा था। कुछ विषयों की किताबों को बीच में ई-बुक्स में बदला भी गया था लेकिन गत तीन वर्ष में प्रोजेक्ट पर तेजी से काम करके दसवीं तक की किताबें ई-बुक्स में तब्दील कर दीं गईं। इन किताबों की विशेषता यह है कि इन्हें कहीं भी डाउनलोड कर छात्र आसानी से पढ़ाई कर सकते हैं। किताबें पूरी तरह से निजी पब्लिशर के द्वारा तैयार की जाने वाली किताबों की तरह कलरफुल तैयार की गई हैं। हर विषय के साथ तस्वीर है। इसके अलावा अभ्यास पुस्तकें भी हैं।
अगर एक बार विद्यार्थी किताबें पढ़ना शुरू कर देते हैं तो उनकी किताबों से दोस्ती हो जाती है। माहिरों का कहना है कि यह एक अच्छा प्रयास है। सबसे खास बात यह है कि सारी किताबें एक्टिविटी बेस्ड हैं। वर्तमान में चल रहे माहौल के अनुरूप किताबों को तैयार किया गया है जिससे बच्चे खेल-खेल में आसानी के साथ सीख जाएं। साथ ही उनकी किताबों से दोस्ती हो जाए।