शरीर के लिए फाइबर युक्त चीजों का सेवन?

विशेषज्ञ बताते हैं कि आमतौर पर लोगों की फास्ट और जंक फूड्स की तरफ रुचि अधिक देखी जा रही है, इसमें फाइबर की मात्रा बिल्कुल कम जबकि फैट की अधिकता होती है, ऐसे में इनका अधिक सेवन आपको बीमार कर सकता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक पेट की बीमारियों से बचे रहने के लिए सभी लोगों को आहार में फाइबर युक्त चीजों के अधिक सेवन पर ध्यान देना चाहिए। डायट्री फाइबर आपके मल त्याग की प्रक्रिया को आसान बनाने के साथ वजन को नियंत्रित रखने में सहायक माने जाते हैं। फाइबर युक्त चीजों का सेवन करने से कब्ज होने की दिक्कत कम होती है और यह आंतों को स्वस्थ बनाए रखने में भी मदद करता है। इसके लिए कच्चे फल-सब्जियों, साबुत अनाज, चिया सीड्स आदि का सेवन अधिक करें। आइए आहार में फाइबर की मात्रा बढ़ाने से होने वाले फायदों के बारे में जानते हैं।

फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ न केवल आपके पाचन को ठीक रखने में मदद करते हैं, साथ ही यह आपके पेट को लंबे समय तक भरा हुआ भी रखते हैं। इससे आपको अतिरिक्त खाने की इच्छा नहीं होती है। एक अध्ययन में पाया गया कि जिन लोगों ने नियमित रूप से फाइबर वाली चीजों का सेवन किया, उनमें वजन बढ़ने का खतरा काफी कम पाया गया। मोटापा के खतरे से बचे रहने के लिए भी फाइबर वाले आहार आपके लिए लाभकारी हैं।

अच्छे पाचन के लिए आंतों का स्वस्थ बना रहना आवश्यक माना जाता है। फाइबर वाली चीजों के सेवन की आदत बनाकर आप आंतों को स्वस्थ रख सकते हैं। हाई फाइबर डाइट आपके बृहदान्त्र को स्वस्थ रखकर बवासीर और मांस के उभार जैसी समस्याओं के जोखिम को कम कर देते हैं। कुछ अध्ययनों में यह भी पाया गया है कि फाइबर युक्त आहार कोलोरेक्टल कैंसर के खतरे को कम करने में भी सहायक है।

रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में भी फाइबर युक्त चीजों के सेवन को बढ़ाना लाभदायक माना जाता है। शोध से पता चलता है कि मधुमेह वाले लोगों में फाइबर, विशेषरूप से घुलनशील फाइबर, शर्करा के अवशोषण को धीमा कर देता है जिससे डायबिटीज बढ़ने का जोखिम कम रहता है। रक्त शर्करा के स्तर को बेहतर बनाए रखने और विशेषकर टाइप-2 डायबिटीज के विकास के जोखिम कम करने में इसके लाभ पाए गए हैं।

स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं कि यदि आप भी लंबी आयु चाहते हैं तो इसमें आहार की विशेष भूमिका हो सकती है। अध्ययनों से पता चलता है कि आहार में फाइबर वाली चीजों की वृद्धि करके कार्डियोवैस्कुलर बीमारी और कई तरह के कैंसर के विकसित होने और इसके कारण होने वाली मौत के खतरे को कम किया जा सकता है। ऐसे में आहार में फाइबर की मात्रा बढ़ाकर आप लंबी आयु भी पा सकते हैं।