लेखपाल भर्ती परीक्षा पेपर लीक प्रकरण की जांच कर रही एसआइटी ने प्रश्न पत्र खरीदने वाले अभ्यर्थियों के बयान दर्ज
हरिद्वार: लेखपाल भर्ती परीक्षा पेपर लीक प्रकरण की जांच कर रही एसआइटी ने प्रश्न पत्र खरीदने वाले अभ्यर्थियों के बयान दर्ज करने के लिए उन्हें चिह्नित कर लिया है। अधिकांश अभ्यर्थी हरिद्वार जनपद के ही निवासी हैं। अभ्यर्थियों को बुलाकर उनके बयान दर्ज किए जाएंगे। प्रश्न पत्र लीक करने वालों से उनका संपर्क कैसे हुआ, कितने रुपये में सौदा तय हुआ, एडवांस में कितनी रकम दी, ऐसे कई बिंदुओं पर उनसे जानकारी ली जाएगी।
वहीं, जेल में बंद आरोपितों को रिमांड पर लेने की तैयारी भी एसआइटी ने कर ली है। जल्द ही रिमांड लेने के लिए कोर्ट में प्रार्थना पत्र दाखिल किया जाएगा।
- उत्तराखंड लोक सेवा आयोग की ओर से आठ जनवरी को आयोजित लेखपाल भर्ती परीक्षा में पेपर लीक का उत्तराखंड एसटीएफ ने भंडाफोड़ किया है।
- आयोग के अति गोपन विभाग में तैनात संजीव चतुर्वेदी व उसकी पत्नी रितु सहित आठ आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।
- इस बीच जांच में सामने आया कि 35 अभ्यर्थियों को पैसे लेकर प्रश्न पत्र रटाया गया था।
- एसआइटी ने इन सभी अभ्यर्थियों का सत्यापन करते हुए उन्हें चिह्नित कर लिया है।
- उनके बयान दर्ज करने की प्रक्रिया भी शुक्रवार या शनिवार से शुरू हो जाएगी।
- वहीं, जेल में बंद आरोपितों को एसआइटी जल्द ही रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी।
- दरअसल, एसआइटी का मानना है कि आरोपितों से पूछताछ के बाद पूरे प्रकरण से जुड़े कई महत्वपूर्ण साक्ष्य संकलित किए जा सकते हैं।
- जल्द ही अब एसआइटी अनुमति लेने के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी।
- एसआइटी प्रभारी रेखा यादव ने बताया कि अभ्यर्थियों को चिह्नित कर लिया गया है। जल्द ही बयान दर्ज किए जाएंगे। बताया कि आरोपितों को पीसीआर पर लेकर साक्ष्य जुटाने का प्रयास भी किया जाएगा।
लेखपाल भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद राज्य लोक सेवा आयोग आगामी परीक्षाओं की शुचिता और गोपनीयता को लेकर गंभीर है। परीक्षाओं में किसी भी तरह की गड़बड़ी न हो, इसके लिए आयोग के अध्यक्ष डा. राकेश कुमार ने हर पहलू को ध्यान में रखते हुए अधिकारियों को एक सप्ताह के भीतर परीक्षावार विस्तृत आंतरिक रिपोर्ट देने के आदेश दिए हैं।
