कांग्रेस में टिकट के दावेदारों को कड़ी परीक्षा से गुजरना होगा
कांग्रेस में टिकट के दावेदारों की कड़ी परीक्षा से गुजरना होगा। जिला कांग्रेस कमेटी के माध्यम से पहुंचने वाले टिकट के आवेदनों को पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट की कसौटी पर भी कसा जाएगा। इसके बाद ही प्रदेश चुनाव समिति विधानसभा क्षेत्रवार संभावित प्रत्याशियों का पैनल तैयार करेगी।
2022 के विधानसभा चुनाव में टिकट को लेकर पार्टी अपना मंतव्य स्पष्ट कर चुकी है। दांव जिताऊ चेहरे पर ही खेला जाएगा। इसलिए जीत को लेकर दावे करने वालों के आवेदनों को कई तरह से परखने की तैयारी चल रही है। पिछले विधानसभा चुनाव से पहले बड़ी टूट झेल चुकी पार्टी अब प्रत्याशियों के चयन में फूंक-फूंक कर कदम आगे बढ़ा रही है। दम-खम के साथ अब पार्टी के प्रति निष्ठा को भी परखा जा रहा है। यही वजह है कि पार्टी रणनीतिकारों ने टिकट के लिए आवेदन जिला कांग्रेस इकाइयों के माध्यम से ही स्वीकार करने की शर्त लगा दी है।
जिलों से प्रदेश समिति को जाएंगे आवेदन
जिला कांग्रेस इकाइयों को अगले 15 दिन के भीतर टिकट के दावेदारों के आवेदन प्रदेश चुनाव समिति को भेजने के निर्देश दिए गए हैं। इस वजह से अगला पखवाड़ा जिला इकाइयों के साथ ही टिकट के दावेदारों के लिए काफी व्यस्त रहने जा रहा है। जिला इकाइयों के प्रस्तावों को प्रदेश चुनाव समिति पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट के आधार पर परखेगी। समिति को ही टिकट के आवेदनों की छंटाई भी करनी है। कांग्रेस हाईकमान की ओर से विधानसभा क्षेत्रवार नामित पर्यवेक्षक ब्लाकों व बूथ स्तर पर जाकर पार्टी और दावेदारों के पक्ष में माहौल को परख रहे हैं।
आवेदनों की छंटाई के बाद बनेगा पैनल
पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट और जिला कांग्रेस इकाइयों के प्रस्तावों के आधार पर आवेदनों की छंटाई कर संभावित प्रत्याशियों का पैनल तैयार किया जाएगा। प्रदेश चुनाव समिति मशक्कत के बाद दावेदारों के भाग्य का फैसला करेगी। हालांकि इस पर अंतिम मुहर केंद्रीय चुनाव समिति में ही लगेगी। माना जा रहा है कि टिकट के मामले में प्रदेश चुनाव समिति की संस्तुति महत्वपूर्ण रहेगी। फिलहाल टिकट तय करने की प्रक्रिया के आखिरी पड़ाव की ओर कदम बढ़ाने से पहले कांग्रेस के भीतर दावेदारों में हलचल तेज हो गई है।
दावेदारों के लिए दिसंबर माह रहेगा खास
टिकट के लिहाज से अगला महीना दिसंबर खास रहने जा रहा है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल का कहना है कि टिकट तय करने से पहले कई चरणों में दावेदारों को परखने का सिलसिला शुरू हो चुका है। सर्वे में कांग्रेस के सिटिंग विधायकों की परफारमेंस अच्छी आंकी गई है। उनके टिकट तकरीबन तय हैं। शेष टिकट भी जल्द तय करने पर जोर दिया जा रहा है, ताकि प्रत्याशियों को चुनाव प्रचार के लिए पर्याप्त समय मिल सके।